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बिजली महादेव रोपवे को चंसारी पंचायत ने नहीं दी थी NOC, RTI से ग्रामीणों को मिली पुष्टि

खराहल घाटी के ग्रामीणों ने दावा किया है कि जिस चंसारी पंचायत की एनओसी (अनापत्ति प्रमाण पत्र) का हवाला देकर परियोजना को जायज़ ठहराया जा रहा है, वैसी कोई मंजूरी पंचायत ने कभी नहीं दी.

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बिजली महादेव रोपवे को चंसारी पंचायत ने नहीं दी थी NOC, RTI से ग्रामीणों को मिली पुष्टि
Raj Rani|Updated: Jul 22, 2025, 02:05 PM IST
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Kullu News(मनीष ठाकुर): जिला कुल्लू में बिजली महादेव रोपवे का मुद्दा इन दिनों जहां खूब गर्माया आया हुआ है. तो वही 25 जुलाई को जिला कुल्लू के मुख्यालय में एक विशाल प्रदर्शन भी आयोजित किया जाएगा. वहीं बिजली महादेव रोपवे विरोध समिति के द्वारा दुकानदारों से भी आग्रह किया गया है कि वह उस दिन अपनी दुकानों को बंद रखें. 

वही खराहल घाटी के ग्रामीणों ने भी कुल्लू सदर के विधायक सुंदर सिंह ठाकुर से मांग रखी है कि जो बात उन्होंने कही है कि चंसारी पंचायत के द्वारा साल 2018 में रोपवे के लिए एनओसी दी गई है. आखिर वह दस्तावेज उन्हें किस माध्यम से मिले और उन्हें इस बात की जानकारी भी जनता के साथ साझा करनी चाहिए. 

ढालपुर में पत्रकारों को जानकारी देते हुए खराहल घाटी के ग्रामीण गंगा राम ने कहा कि उन्होंने भी साल 2024 और 2025 में चंसारी पंचायत में आरटीआई लगाई थी और रोपवे से संबंधित जानकारी मांगी थी. लेकिन आरटीआई में उन्हें इस बात की जानकारी मिली कि पंचायत के द्वारा इस रोपवे निर्माण के लिए कोई भी एनओसी नहीं दी गई है. उन्होंने कहा कि विधायक सुंदर ठाकुर के द्वारा कहा गया कि साल 2018 में चंसारी पंचायत के द्वारा रोपवे निर्माण के लिए मंजूरी दी गई है. 

अगर विधायक के द्वारा यह जानकारी आरटीआई के माध्यम से ली गई है. तो उन्हें आरटीआई के दस्तावेज भी जनता के समक्ष पेश करने चाहिए. ताकि लोगों को भी पता चल सके कि आखिर कौन उन्हें गुमराह करने की कोशिश कर रहा है. ग्रामीण गंगा राम का कहना है कि यह सब 25 जुलाई को होने वाले आंदोलन को कमजोर करने की साजिश हो रही है. लेकिन स्थानीय लोग बिजली महादेव के आदेश को मानने के लिए तैयार हैं और 25 जुलाई को ढालपुर में विशाल प्रदर्शन भी किया जाएगा.

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