Kullu Cloudburst: हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले की सैंज घाटी में सोमवार को बादल फटने की घटना सामने आई, जिससे क्षेत्र में अचानक बाढ़ (फ्लैश फ्लड) आ गई. भारी बारिश के कारण पार्वती नदी उफान पर है और कई इलाकों में पानी भरने और पेड़ों के गिरने की खबरें आई हैं.
हाई अलर्ट और प्रशासन की मुस्तैदी
घटना के बाद प्रशासन ने कुल्लू और आसपास के क्षेत्रों में हाई अलर्ट जारी कर दिया है. एसडीएम निरमंड मनमोहन सिंह ने बताया कि क्षेत्र में लगातार बारिश हो रही है, जिससे बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. हालांकि फिलहाल किसी तरह की जनहानि की पुष्टि नहीं हुई है.
हिंदुस्तान-तिब्बत राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-5) पर झाकरी में भूस्खलन भी हुआ है, जिससे यातायात प्रभावित हुआ है.
जीवा नाले में उफान, गाड़ियां बहीं
बताया जा रहा है कि सैंज घाटी के सीऊंड गांव में जीवा नाले में बादल फटने से अचानक भारी सैलाब आया, जिससे पांच गाड़ियां बह गईं. कई स्थानों पर मकानों और सड़क किनारे के ढांचों को नुकसान पहुंचा है. NHPC का स्टोर रूम भी पानी की चपेट में आया है.
मौके पर मौजूद स्थानीय लोगों ने इस भयावह दृश्य को अपने मोबाइल कैमरों में रिकॉर्ड किया, जिसमें पेड़ और मलबा पानी के तेज बहाव में बहते नजर आ रहे हैं।
मौसम विभाग ने फिर किया अलर्ट जारी
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने अपने पूर्वानुमान में कुल्लू सहित ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, चंबा, कांगड़ा, सिरमौर और मंडी जिलों में भारी से बहुत भारी वर्षा की चेतावनी दी है. शिमला, सोलन और कुल्लू को ऑरेंज अलर्ट में रखा गया है.
भारी बारिश से लारजी डैम क्षेत्र पर भी नजर
सरकार ने हाल ही में 126 मेगावाट की लारजी जलविद्युत परियोजना को पुनः शुरू किया था, जो पिछले साल भारी बाढ़ से प्रभावित हुई थी. अब पुनः भारी बारिश और फ्लैश फ्लड की आशंका को देखते हुए परियोजना क्षेत्र पर भी नजर रखी जा रही है.
पिछली घटनाओं से सबक
गौरतलब है कि पिछले साल अगस्त में बादल फटने से तीन लोगों की मौत हो गई थी. ऐसे में इस बार प्रशासन पहले से अलर्ट है और बचाव टीमें मौके पर भेजी जा चुकी हैं.
प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे नदियों और नालों के किनारे न जाएं और मौसम विभाग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें.