Bilaspur News(विजय भारद्वाज): हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने वर्चुअल माध्यम से बिलासपुर को चार महत्वपूर्ण परियोजनाओं की सौगात दी है. वहीं सीएम के वर्चुअल कार्यक्रम को लेकर उपायुक्त कार्यालय बिलासपुर के बचत भवन में कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें विशेष रूप से प्रदेश के नगर नियोजक, आवास एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी मौजूद रहे.
वहीं कार्यक्रम के दौरान पूर्व मंत्री रामलाल ठाकुर, पूर्व विधायक बंबर ठाकुर व तिलकराज सहित उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक सहित प्रशासनिक अधिकारी व कांग्रेस पदाधिकारी मौजूद रहे. वहीं मुख्यमंत्री ने वर्चुअल माध्यम से कोलडैम में वॉटर स्पोर्ट्स गतिविधियों का शुभारंभ किया, इसके अलावा हिमाचल प्रदेश के पहले ग्रीन उपायुक्त कार्यालय के रूप में परिसर में 110 किलोवाट सौर ऊर्जा संयत्र का किया लोकार्पण, 4 करोड़ 50 लाख रुपये की लागत से तैयार किए गए शहरी आजीविका केंद्र बिलासपुर के भवन का लोकार्पण व करीब 40 लाख रुपये की लागत से तैयार जिला के राजकीय पाठशालों में चार और स्पेश लैब का उद्घाटन किया है.
वहीं वर्चुअल माध्यम से संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखु ने कहा कि कोलडैम में वॉटर स्पोर्ट्स गतिविधियों का शुभारंभ करने से गोविंद सागर झील में जहाँ पर्यटन गतिविधि का आरंभ होगा तो साथ ही बिलासपुर जिला में जल क्रीड़ा एवं साहसिक पर्यटन को नई दिशा प्रदान होगी। इससे न केवल जिला पर्यटन मानचित्र पर और सशक्त होकर उभरेगा बल्कि स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे.
साथ ही मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखू ने कहा की प्रदेश के पहले ग्रीन डीसी ऑफिस परिसर का शुभारंभ करना ग्रीन हिमाचल के क्षेत्र में एक अहम कदम है और उपायुक्त कार्यालय परिसर में 110 किलोवाट क्षमता का रूफटॉप सोलर पावर प्लांट स्थापित किया गया है, जो प्रतिदिन औसतन 440 यूनिट तथा प्रतिमाह लगभग 13,200 यूनिट विद्युत उत्पादन करेगा.
इससे प्रतिवर्ष लगभग 10 लाख रुपये की बिजली की बचत होगी. यह संयंत्र पर्यावरणीय संरक्षण की दिशा में उठाया गया एक ठोस कदम है और प्रदेश में हरित ऊर्जा के क्षेत्र में प्रशासनिक भवनों को आत्मनिर्भर बनाने का एक अनुकरणीय उदाहरण भी प्रस्तुत करेगा. इसके साथ ही 4 करोड़ 50 लाख रुपये की लागत से बिलासपुर नगर में निर्मित शहरी आजीविका केंद्र के उद्घाटन से यह केंद्र राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के अंतर्गत शहरी गरीबों की गरीबी एवं सामाजिक-आर्थिक विभिन्नता को कम करने के उद्देश्य से तैयार किया गया है जिससे उन्हें स्वरोजगार, कौशल प्रशिक्षण एवं कुशल मजदूरी रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के साथ-साथ स्थायी आजीविका के लिए आवश्यक जमीनी संस्थागत ढांचे को भी मजबूती प्रदान करेगा.
वहीं मुख्यमंत्री द्वारा बिलासपुर जिला को चार महत्वपूर्ण परियोजनाओं के लोकार्पण को लेकर जहाँ प्रदेश के तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी ने ख़ुशी ज़ाहिर करते हुए इसे जिला में पर्यटन को बढ़ावा देने व रोजगार के अवसर पैदा करने के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कदम बताया है.