Bilaspur News(विजय भारद्वाज): पंजाब-हिमाचल सीमा पर स्थित गरामौड़ा के समीप एक्साइज विभाग को एक बड़ी सफलता तब हाथ लगी जब इंडियन आयल के पेट्रोलियम टैंकर की जांच के दौरान उसमें डीजल के बजाए 8 से 10 गायों को ठूंस-ठूंस कर भरा गया था. वहीं यह मामला पशु क्रूरता की शर्मनाक तस्वीर पेश करता है.
जानकारी के मुताबिक एक्साइज विभाग की टीम ने बुधवार रात को गरामौड़ा में नाका लगाया हुआ था और गाड़ियों की गहनता से जांच की जा रही थी. इसी दौरान एक डीजल टैंकर को जांच के लिए रुकने का इशारा किया गया लेकिन चालक ने वाहन रोकने के बजाय तेज रफ्तार में भगाना शुरू कर दिया. कुछ ही दूरी पर उसका संतुलन बिगड़ गया और टैंकर सड़क किनारे नाली में फंस गया. वहीं इस दौरान मौके का फायदा उठाकर चालक और परिचालक दोनों भाग गए.
इसके पश्चात शक के आधार पर राज्य कर व आबकारी विभाग ने टैंकर की गहनता से जांच की गई तो अधिकारियों के भी होश उड़ गए और टैंकर के अंदर तेल के बजाय लगभग 8 से 10 गोवंश भरे हुए थे. वहीं जांच में यह भी खुलासा हुआ कि टैंकर को बेहद शातिर तरीके से मॉडिफाई किया गया था. पिछले हिस्से को काटकर उसमें खिड़कीनुमा छिपा दरवाज़ा तैयार किया गया था जिसे बाहर से पहचान पाना नामुमकिन था.
इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई और सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची व टैंकर को कब्जे में लेकर सभी गोवंश को सुरक्षित जकात गौशाला में पहुंचाया गया. इसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और टैंकर ड्राइवर फरार बताया जा रहा है. पुलिस पूरे रैकेट की तह तक जाने के लिए जांच शुरू कर दी गई है.
राज्य कर व आबकारी विभाग के अनुसार इस टैंकर को इंडियन ऑयल टैंकर के पैटर्न पर तैयार किया गया था. राज्य कर व आबकारी विभाग सभी प्रकार के वाहनों का अपने नाके के दौरान भौतिक रूप से भी निरीक्षण करता है. इसी कड़ी में यह शंका उत्पन्न हुई कि इस टैंकर में कुछ गड़बड़ है.
यद्यपि चालक जाफर अली निवासी जम्मू और सहचालक असलम निवासी सहारनपुर भले ही भागने में सफल हो गए परन्तु ज़्यादा समय तक पुलिस टीम को धोखा नहीं दे पाएंगे और जल्द ही पुलिस की गिरफ्त में होंगे.