Bilaspur News(विजय भारद्वाज): बिलासपुर जिला के घुमारवीं शहर स्थिति दकड़ी चौक पर स्थिति उस समय संवेदनशील हो गई जब कुछ जम्मू के रहने वाले लोगों व ट्रेफ़िक पर तैनात पुलिस कर्मी के बीच पंजीकरण दस्तावेजों को लेकर बहसबाजी हो गई और बीच बचाव करने पहुंचे कुछ स्थानीय लोगों के साथ इन कश्मीरी लोगों के साथ कहासुनी शुरू हुई और मामला मारपीट तक जा पहुंचा.
प्राप्त जानकारी के अनुसार मुख्य आरक्षी प्रदीप सिंह ने घुमारवीं पुलिस थाने में दर्ज करवाई शिकायत में कहा कि जब वह दकड़ी चौक पर ड्यूटी दे रहा था तभी वहां पर संदेहास्पद रूप से घूम रहे कुछ व्यक्तियों से उनके पहचान और पंजीकरण दस्तावेज दिखाने को कहा. इस पर उन व्यक्तियों ने सहयोग न करते हुए उसके साथ बहस शुरू कर दी. साथ ही पुलिसकर्मी का आरोप है कि उक्त व्यक्तियों ने उसके साथ अभद्र व्यवहार किया और दूर से कुल्हाड़ी दिखाते हुए धमकाने लगे. जिसके बाद स्थिति को बिगड़ते देख स्थानीय लोग भी मौके पर इकट्ठा हो गए और इन प्रवासी लोगों की स्थानीय लोगों के साथ बहसबाजी हो गई और नौबत मारपीट तक जा पहुंची.
सूचना मिलते ही थाना घुमारवीं से पुलिस टीम तत्काल मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया गया. वहीं इस मामले को लेकर जम्मू के उदमपुर के रहने वाले शबीर अहमद ने भी घुमारवीं थाने में शिकायत दर्ज करवाई है, जिसमें उन्होंने कहा है की वह चिरानी का काम करता है और अपने साथियों के साथ घुमारवीं में ही किराए के कमरे में रहता है. साथ ही उसने कहा कि जब वह अपना काम समाप्त करके वापिस लौट रहे थे तो ट्रेफिक ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी ने उनसे पंजीकरण दस्तावेज मांगे और उन्होंने दस्तावेज होने की बात कहकर कमरे की तरफ़ जाने लगे कि कुछ लोगों ने उनके साथ मारपीट की है.
वहीं इस मामले को लेकर डीएसपी बिलासपुर मदन धीमान ने कहा कि घुमारवीं शहर के दकड़ी चौक पर ट्रेफिक ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मी ने जम्मू से आये प्रवासी मजदूरों से जब पंजीकरण दस्तावेज मांगे तो उनके पास मौजूद पंजीकरण दस्तावेज की तारीख खत्म हो गई थी जिसपर कुछ लोगों के साथ उनकी बहसबाजी व मारपीट हुई थी जिसको लेकर घुमारवीं थाने में क्रॉस एफआईआर दर्ज की गई है और पुलिस टीम मामले की जांच में जुट गई है व जल्द ही असल तथ्य सामने लाए जाएंगे.