Solan News(नंद लाल): देशभर में मार्च महीने में लिए गए दवाओं के सैंपल की जांच रिपोर्ट के आधार पर केंद्रीय दवा मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) ने ड्रग अलर्ट जारी किया है. रिपोर्ट के अनुसार, कुल 131 दवाओं के सैंपल गुणवत्ता परीक्षण में फेल पाए गए हैं, जिनमें हिमाचल प्रदेश में निर्मित 32 दवाएं भी शामिल हैं. इसमें 4 उद्योगों के दो से अधिक दवाओं के सैंपल फेल हुए हैं.
नालागढ़ से मिली जानकारी के अनुसार, इन फेल सैंपलों में हार्ट, शुगर, जोड़ों के दर्द, विटामिन, आयरन, एलर्जी, जीवाणु संक्रमण, मस्कुलर डिस्ट्रोफी, किडनी और एंटिबायोटिक जैसी दवाएं शामिल हैं. इन दवाओं में से चार उद्योगों की दो से अधिक दवाएं गुणवत्ता मानकों पर खरी नहीं उतरीं.
साथ ही, पाकिस्तान में बनी दो दवाओं के सैंपल भी फेल पाए गए हैं, जिनमें पारा (Mercury) की मात्रा मौजूद पाई गई, जो स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक है.
हिमाचल प्रदेश के दवा नियंत्रक मनीष कपूर ने फोन पर पुष्टि करते हुए बताया कि प्रदेश में बनने वाली दवाओं के हर महीने सैंपल लेकर उन्हें CDSCO को भेजा जाता है. मार्च महीने के सैंपल की रिपोर्ट अप्रैल में जारी की गई, जिसमें हिमाचल की 32 दवाएं फेल घोषित की गई हैं. जांच के बाद संबंधित दवा कंपनियों पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.