Kullu News: हिमाचल प्रदेश के जनजातीय जिला लाहौल स्पीति की लाहौल घाटी के जाहलमा नाले में बाढ़ आ गई है. ऐसे में नाले में लगाई गई सिंचाई योजना की पाइप भी इसमें बह गई है। इसके साथ ही नाले के साथ लगते कई खेतों के धंसने का भी खतरा बना हुआ है. वही लिंडूर गांव की जमीन के भी अब धंसने की संभावनाएं अधिक बढ़ गई है. ऐसे में जाहलमा नाले के चलते लोगों को एक बार फिर से दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. मिली जानकारी के अनुसार बीते बुधवार को पहाड़ी से ग्लेशियर टूटा था. जिस कारण नाले में लिंडूर गांव से कुछ दूरी पर नाले का प्रवाह रुक गया था. इससे यहां झील बन गई थी.
वही, शुक्रवार को तेज धूप के बीच नाले में पीछे से पानी का बहाव अधिक हो गया. इससे अचानक झील टूट गई और नाले में बाढ़ आ गई. बाढ़ आने से तलजोन, कोठी, फूड़ा, जाहलमा और हालिंग गांव के लोगों की सिंचाई कूहलों को काफी नुकसान पहुंचा है. नाले में सिंचाई के लिए रखे पाइप बह गए हैं. इससे इन गांवों के किसानों बागवानों को अपने खेतों की सिंचाई की चिंता सताने लगी है. वही,
इस बाढ़ के कारण नाले में पाइपों के साथ साथ पेड़ भी बहकर आए हैं. इससे अब घाटी के लोगों में भय का माहौल बना हुआ है. बीते दिन लाहौल घाटी के सलपट नाले में भी बाढ़ आई थी. इसमें किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ था, लेकिन शुक्रवार शाम को अचानक जाहलमा नाला में बाढ़ आ गई.
बताया जा रहा है कि जाहलमा नाला धंस रहे लिंडूर गांव के ठीक नीचे से होकर बहता है. इससे लिंडूर गांव को खतरा बढ़ गया है. उधर, प्रशासन ने भी जाहलमा नाला में आई बाढ़ को लेकर क्षेत्र में लोगों को नदी-नालों से दूर रहने की अपील की है.