Shimla News(अंकुश डोभाल): शिमला के ढली के नजदीक लिंडीधार गांव में फोरलेन सड़क निर्माण के दौरान एक बड़ा हादसा हुआ. रविवार को निर्माण का एक हिस्सा अचानक भरभरा कर गिर गया, जिससे सेब का एक बड़ा बगीचा पूरी तरह तबाह हो गया. इस हादसे ने न केवल गांव के लोगों की चिंता बढ़ा दी है, बल्कि उनकी धार्मिक भावनाओं को भी ठेस पहुंचाई है, क्योंकि गांव की कुलदेवी के मंदिर को भी खतरा पैदा हो गया है.
गांव के लोगों का कहना है कि वे अपने घरों में सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं. कई परिवारों ने तो अपने घरों को छोड़कर रिश्तेदारों के घरों में शरण ले ली है. उनका कहना है कि जब तक इस समस्या का स्थायी समाधान नहीं होता, वे अपने घरों में नहीं लौट सकते. गांव के लोगों का कहना है कि अगर जल्द ही इस समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो बड़ा हादसा हो सकता है. प्रशासन से मांग की जा रही है कि जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान किया जाए और गांव के लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए.
लिंडीधार गांव के नजदीक फोरलेन सड़क निर्माण के दौरान सुरक्षा के इंतजामों की समीक्षा करना और आवश्यक कदम उठाना बहुत जरूरी है, ताकि भविष्य में इस तरह के हादसे न हों. घटनास्थल पर पहुंचे शिमला ग्रामीण के SDM मंजीत शर्मा ने कहा कि उन्होंने ग्रामीणों की परेशानी को जाना है और इसकी जानकारी नेशनल हाईवे अथॉरिटी को भी दी है.
शुक्रवार को बैठक की जाएगी और इस बैठक में सभी लोगों की बात सुनने के बाद समस्या का समाधान करने का प्रयास होगा. वहीं, नेशनल हाईवे के अधिकारी कुलदीप गुजराल ने कहा कि उन्होंने निर्माण कार्य की वजह से लोगों को आयी परेशानी के बारे में जानकारी ली है. आम लोगों को जो नुक़सान हुआ है, उसकी भरपाई भी की जाएगी.