Una News(राकेश माल्हि): हिमाचल सरकार द्वारा जिला ऊना के संतोषगढ़ और ऊना के गर्ल स्कूलों को मर्ज किए जाने का मामला प्रकाश में आने के बाद स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के परिजनों द्वारा इसका विरोध किया गया था. इसके चलते परिजनों का एक प्रतिनिधिमंडल शिक्षा अधिकारी से भी मिला था और उन्होंने ज्ञापन सौंप कर इन स्कूलों को मर्ज न किए जाने की गुहार लगाई थी.
परिजनों का मानना है कि यह गर्ल्स स्कूल काफी पुराने हैं और इसमें सैकड़ो बच्चे शिक्षक ग्रहण कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि गर्ल स्कूल में लड़कियों को हम बेफिक्र होकर पढ़ने क़े लिए भेजते हैं लेकिन अब सरकार द्वारा स्कूलों को मर्ज किए जाने की जानकारी उन्हें मिली है ऐसे में वह इसका विरोध करते हैं.
उन्होंने ये तक भी कहा था कि अगर सरकार ने स्कूलों को मर्ज़ करने के फैसले को वापस नहीं लिया तो वह इन स्कूलों से अपने बच्चों को भी पढ़ने से हटा लेंगे. वहीं भाजपा विधायक सतपाल सत्ती द्वारा भी स्कूलों को मर्ज किए जाने को लेकर सुखू सरकार पर निशाना साधा था. वहीं अब ऊना सदर से कांग्रेस के पूर्व विधायक सतपाल रायज़ाद ने स्कूलों को मर्ज किए जाने का मामले मुख्यमंत्री क़े समक्ष उठाया है और उन्होंने इस मामले क़ो लेकर मुख्यमंत्री से वार्तालाप की है.
उन्होंने कहा है कि संतोषगढ़ और ऊना के यह दोनों गर्ल्स स्कूल काफी पुराने हैं और उनका बहुत महत्व है. ऐसे में इन स्कूलों को मर्ज न किए जाने की मांग उन्होंने मुख्यमंत्री से की थी और मुख्यमंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया है कि दोनों ही स्कूलों को मर्ज नहीं किया जाएगा. जिसके बाद पूर्व विधायक द्वारा यह जानकारी मीडिया को दी गई है कि दोनों गर्ल्स स्कूल ऊना और संतोषगढ़ क़ो अब सरकार द्वारा मर्ज़ नहीं किया जायगा और अब वच्चे पहले की तरह उसी गर्ल्स स्कूल में पड़ेगे.