Nahan News(देवेंदर वर्मा): राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने आज सिरमौर जिला के धौला कुआं में आयोजित एक विशाल किसान मेला और नशा उन्मूलन कार्यक्रम में भाग लिया. इस अवसर पर राज्यपाल ने अपने संबोधन में हिमाचल प्रदेश में बढ़ते नशे के प्रचलन पर गहरी चिंता व्यक्त की और इसे राज्य के लिए गंभीर समस्या बताया. उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस विषय पर अपनी चिंता जाहिर की है. राज्यपाल ने कहा कि राज्य के हर परिवार को अपने स्तर पर नशे के खिलाफ मुहिम शुरू करनी होगी, ताकि सरकारी स्तर पर चलाए जा रहे नशा उन्मूलन कार्यक्रम सफल हो सकें.
राज्यपाल ने इस मुद्दे पर विस्तार से बात करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश में सरकारी स्तर पर नशा मुक्ति केंद्रों की स्थापना की सख्त आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि कई निजी नशा मुक्ति केंद्रों में नशे के उन्मूलन के बजाय उल्टा नशे को बढ़ावा दिया जा रहा है, जो समाज के लिए खतरनाक है. ऐसे केंद्रों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की आवश्यकता पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि नशे को रोकने के लिए यह कदम आवश्यक है.
राज्यपाल ने यह भी बताया कि कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में इस सत्र के दौरान छात्रों से नशे के खिलाफ शपथ पत्र लिए जा रहे हैं, और इसके बारे में उनके अभिभावकों को भी सूचना दी जाएगी. नशे में संलिप्त पाए जाने वाले छात्रों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी, ताकि इस मुद्दे पर रोक लगाई जा सके.
कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल ने प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने वाले प्रगतिशील किसानों को सम्मानित किया. उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश सहित पूरे देश में अब प्राकृतिक खेती की ओर रुख किया जा रहा है. यह किसानों के लिए न केवल एक आर्थिक दृष्टिकोण से फायदेमंद है, बल्कि यह हमारे स्वास्थ्य के लिए भी आवश्यक है. राज्यपाल ने इस दिशा में किसानों के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि प्राकृतिक खेती से न केवल पर्यावरण की सुरक्षा होती है, बल्कि यह स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाता है.