Himachal Monsoon: हिमाचल प्रदेश में 20 जून से 15 जुलाई 2025 के बीच भारी बारिश ने जनजीवन और संपत्ति को बुरी तरह प्रभावित किया है. राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (SDMA) के अनुसार इस अवधि में कुल 106 लोगों की जान गई है.
इनमें से 62 लोगों की मौत सीधे तौर पर बारिश से जुड़ी घटनाओं – जैसे भूस्खलन, बादल फटने, बाढ़, डूबना, करंट लगना और ऊंचाई से गिरने – से हुई है. वहीं, 44 लोगों की मौत सड़क हादसों में हुई है.
SDMA की रिपोर्ट के अनुसार बारिश से जुड़ी 62 मौतों में 15 लोग बादल फटने, 12 ऊंचाई से गिरने, 11 डूबने, 8 फ्लैश फ्लड, 5 करंट लगने, 5 सांप के काटने, 1-1 भूस्खलन और आग लगने की घटनाओं में मारे गए.
सड़क हादसों में 44 लोगों की मौत हुई है, जिनमें मंडी (4), कुल्लू (7) और किन्नौर (5) प्रमुख रूप से प्रभावित रहे हैं.
इंसानी जानों के नुकसान के साथ-साथ संपत्ति को भी भारी क्षति पहुंची है. 293 पक्के और 91 कच्चे मकान पूरी तरह तबाह हो गए हैं. लगभग 850 हेक्टेयर कृषि भूमि को नुकसान पहुंचा है. सड़क, पेयजल, बिजली, स्वास्थ्य और शिक्षा जैसी सार्वजनिक संपत्तियों को 81 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है.
राज्य और जिला प्रशासन की टीमें लगातार राहत और बचाव कार्यों में जुटी हुई हैं. आपातकालीन सेवाओं, NDRF और स्थानीय प्रशासन द्वारा राज्यभर में कई घटनाओं पर सक्रिय रूप से प्रतिक्रिया दी जा रही है.
आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने जनता से अपील की है कि वे भारी बारिश के मद्देनज़र सतर्क रहें और सुरक्षा दिशा-निर्देशों का पालन करें.