Kullu-Manali Highway open: 1 अगस्त को बादल फटने से बह गया कुल्लू-मनाली राजमार्ग रविवार को यातायात की आवाजाही के लिए केवल एक तरफ से खोल दिया गया है. दरअसल बहाली का काम जारी है.बादल फटने के बाद चल रहे बहाली के काम पर कुल्लू के डिप्टी कमिश्नर तोरुल एस रवीश ने एएनआई को बताया, "राष्ट्रीय राजमार्ग को सबसे ज़्यादा नुकसान पहुंचा है लेकिन इसे एक लेन के लिए बहाल कर दिया गया है.
निरमंड इलाके में सबसे ज़्यादा नुकसान हुआ है। बागीपुल में एक अपडेट है, जिसमें बताया गया है कि दो लोग लापता हैं... लापता लोगों की संख्या 11 हो गई है और एक शव बरामद किया गया है. कुल 12 लोग लापता हैं. बागीपुल और आस-पास के इलाकों में 20 पुल बह गए हैं. वन विभाग ने अस्थायी बहाली की है..."
विनाशकारी बाढ़ और भारी बारिश के बाद, हिमाचल प्रदेश 700 करोड़ रुपये से ज़्यादा के अनुमानित नुकसान से जूझ रहा है. इस आपदा ने तबाही मचाई है, लोगों की जान ली है और पूरे राज्य में बुनियादी ढांचे को तहस-नहस कर दिया है.
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखू ने खुलासा किया कि 27 जून से अब तक हुए नुकसान में बुनियादी ढांचे और अन्य संपत्तियों को काफी नुकसान पहुंचा है. उन्होंने कहा, "हम प्रभावित क्षेत्रों में राहत और तलाशी अभियान पर बारीकी से नजर रख रहे हैं." उन्होंने सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता पर जोर दिया. उपमुख्यमंत्री और पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया, जहां 193 बंद सड़कों को फिर से खोलने और महत्वपूर्ण पुलों को बहाल करने के प्रयास चल रहे हैं.
उन्होंने केंद्र सरकार से त्वरित सहायता का आग्रह करते हुए कहा, "हमारी प्राथमिकता एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और राज्य पुलिस के सहयोग से बचाव और राहत उपायों में तेजी लाना है." रविवार को, तलाशी अभियान सुबह-सुबह शुरू हुआ और आखिरी शव बरामद होने तक जारी रहेगा.
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