Una News(राकेश माल्हि): भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व द्वारा 12 मई से 25 मई तक देशभर में तिरंगा यात्रा आयोजित की जा रही यह तिरंगा यात्रा भारत के वीर सैनिकों को समर्पित है, जिन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के अंतर्गत देश की एकता, अखंडता और संप्रभुता की रक्षा में अद्वितीय शौर्य दिखाया. ऊना मुख्यालय पर भाजपा विधायक सतपाल सती और रणधीर शर्मा कीअगुवाई में तिरंगा यात्रा का आयोजन किया गया जिसमें काफी संख्या में लोगों ने भाग लिया यह तिरंगा यात्रा सर्किट हाउस से शुरू होकर शहर की परिक्रमा करते हुए वापस सर्किट हाउस में समाप्त हुई है. दोनों भाजपा नेताओं ने तिरंगा यात्रा शुरू होने से पहले आए हुए लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि यह तिरंगा यात्रा उन शहीदों को नमन है जिन्होंने मां भारती के सम्मान में अपने प्राणों की आहुति दी.
उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी देते हुए बताया कि यह कार्यवाही 6-7 मई की रात भारतीय सेनाओं द्वारा की गई, जिसमें पाकिस्तान व POK में स्थित 9 आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया गया. उन्होंने बताया कि यह जवाबी कार्रवाई 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए उस बर्बर हमले के बाद की गई, जिसमें पाकिस्तान समर्थित आतंकियों ने 26 निर्दोष भारतीय पर्यटकों पर धर्म पूछकर जानलेवा हमला किया.
प्रधानमंत्री मोदी जी ने उस घटना के बाद स्पष्ट किया कि दोषियों को उनके अंजाम तक पहुंचाया जाएगा. भारतीय वायुसेना द्वारा की गई 23 मिनट की कार्रवाई में 15 मिसाइल हमलों के माध्यम से पाकिस्तान के 11 एयरबेस नष्ट किए गए और सैकड़ों आतंकवादी मारे गए. पाकिस्तान द्वारा 8 मई की रात जवाबी कार्रवाई की नाकाम कोशिश के बाद, भारतीय सेना ने दुश्मन सेना पर भी प्रहार कर भारी नुकसान पहुंचाया.
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की घबराहट का आलम यह रहा कि वह अमेरिका से हस्तक्षेप की गुहार लगाने पहुंचा. किराना हिल्स में परमाणु बम लीक होने की सूचना से पाकिस्तान और अधिक भयभीत हो गया. अंततः पाकिस्तान के डीजीएमओ द्वारा भारत से सीजफायर की विनती की गई, जिसे तीसरी बार में भारतीय सेना ने मान्यता दी.
प्रधानमंत्री मोदी ने सीजफायर के बाद स्पष्ट चेतावनी दी कि अब कोई भी आतंकी हरकत "एक्ट ऑफ वॉर" मानी जाएगी, और भारतीय सेना बिना किसी पूर्व सूचना के कार्यवाही करेगी. अब चर्चा केवल पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) की होगी, क्योंकि वह भारत का अभिन्न अंग है. उन्होंने दोहराया कि ऑपरेशन सिंदूर अभी समाप्त नहीं हुआ है, यह केवल स्थगित हुआ है. पाकिस्तान की किसी भी हरकत पर सेना जवाब देने के लिए तैयार है वहीं दोनों नेताओं ने ऑपरेशन सिंदूर पर विपक्षी राजनीतिक पार्टियों द्वारा सवाल खड़े किये जाने को लेकर भी उन पर निशाना साधा है.