Kullu News(मनीष ठाकुर): शहर के नागरिकों को उस समय बड़ा झटका लगा जब करीब नौ माह बाद जल शक्ति विभाग द्वारा पानी का बिल भेजा गया. इस लंबे अंतराल के बाद अचानक आए भारी भरकम बिल ने उपभोक्ताओं के होश उड़ा दिए. लोगों का कहना है कि बिना किसी पूर्व सूचना या नियमित बिलिंग के एक साथ हजारों रुपये का बिल थमा दिया जाना सरासर अन्याय है. क्योंकि अक्टूबर माह से लोगों के घरों का बिल नहीं आया था. ऐसे मेंं अब जब अचानक लाखों और हजारों के बिल उपभोक्ताओं को थमाए जा रहे है. ऐसे में सभी के होश उड़ गए है.
यही नहीं यहां सरकार की और से अब पानी के बिल में बढ़ोतरी हुई है. जिस कारण से विभाग की मानें तो रेट आने का इंतजार से उपभोक्ताओं तक बिल पहुंचने में देरी हुई है. बरहाल, नए रेट के साथ आए पानी के बिल ने यहां लोगों के होश जरूर उड़ा डाले है. उपभोक्ताओं का कहना है कि इतनी बड़ी राशि चुकाना बहुत मुश्किल है.
शास्त्रीनगर के रहने वाले देवी सिंह कपूर ने बताया कि 9 महीने के बाद जल शक्ति विभाग के द्वारा उनके इलाके में लोगों को 3 महीने का बिल दिया गया है. ऐसे में उन्हें 28350 यानी करीब 29 हजार का बिल थमाया गया था. इस दौरान उन्होंने विभाग के ऑफिस में जाकर जब इसकी जानकारी दी तो पहले तो उन्हें बिल का भुगतान करने के लिए ही कहा गया.
लेकिन बाद में उन्होंने जब अपने पानी के मीटर की रीडिंग की फोटो जाकर वह दिखाई तब उन्हें पता चला कि मीटर रीडिंग पूरी तरह से गलत थी. उनके बाद उनके बिल को ठीक किया गया. जिसके बाद उनका बिल करीब 2800 रुपए का हुआ. उन्होंने बताया कि ऐसे में विभाग की लापरवाही के चले लोगों को मोटे बिल सौंपे जा रहे है. जिसे आम जनता को अब पानी के बिल की चिंता सताने लगी है.
राम नाथ ने बताया की सरकार के द्वारा पानी के बिल की दरों को लगभग 100% बढ़ाया गया है. जो कि बेहद ही गलत है. आम जनता के ऊपर इससे बोझ पड़ रहा है. उनका कहना है कि महंगाई के साथ दरों में कुछ वृद्धि करना जरूरी हो सकता है , लेकिन एक दम से पानी पर 100% से अधिक की वृद्धि करना आम जनता के साथ खिलवाड़ है. ऐसे में आम लोग जो गरीब परिवारों से आते है कैसे अपने पानी के बिल का भुगतान कर पाएंगे.