Home >>Himachal Pradesh

Kangra: बीड़ बिलिंग में पैराग्लाइडिंग फिर से शुरू, आज से पायलट्स भरेंगे उड़ान

Bir Billing​: हिमाचल प्रदेश की प्रसिद्ध बीड़ बिलिंग घाटी में पायलटों तथा ऑपरेटर्स के बीच पिछले दो दिन से चल रहा गतिरोध आखिरकार एसडीएम के साथ बैठक करने के बाद खत्म हो गया है. पायलट्स आज से फिर करेंगे टेंडम फ्लाइंग.  

Advertisement
Kangra: बीड़ बिलिंग में पैराग्लाइडिंग फिर से शुरू, आज से पायलट्स भरेंगे उड़ान
Raj Rani|Updated: Feb 07, 2025, 01:57 PM IST
Share

Himachal Pradesh/अनूप धीमान: पैराग्लाइडिंग के लिए विश्व विख्यात घाटी बीड़ बिलिंग में बीते दो दिन पहले बनी यूनियन व पैराग्लाइडर पायलटों के बीच विवाद एसडीएम कार्यालय में वीरवार को समाप्त हो गया. एसडीएम ने पायलटों व एसोसिएशन के पदाधिकारियों को दो टूक कहा कि पायलटों को जबरदस्ती यूनियन के साथ जोड़ने की जबरदस्ती नहीं की जा सकेगी. उन्होंने कहा कि बिलिंग विश्व मानचित्र पटल पर अपनी एक अलग पहचान बनाए हुए हैं ऐसे में यहां उड़ानें एयरो स्पोसटर्स द्वारा नियमों के तहत ही होंगी. 

एसडीएम ने कहा कि पायलट चाहे ऑपरेटरों के साथ रहें या एसोसिएशन के साथ , किसी प्रकार की कोई पाबंदी उन पर नहीं लगाई जा सकेगी. उल्लेखनीय है कि बिलिंग में पैरागलाइडिंग के सुरक्षा मानकों को और अधिक मजबूत करने के लिए लाइसैंस धारक पायलटों ने एक यूनियन बनाने का फैसला लिया था लेकिन बिलिंग में विभिन्न ऑपरेटरों के साथ जुड़े पायलटों ने इसके खिलाफ आपत्ति जताई कि वे ऑपरेटरों के साथ नहीं छोड़ सकते. 

ये भी पढ़े-: वैलेंटाइन डे पर Kangana Ranaut खोलेंगी अपना रेस्टोरेंट, सोशल मीडिया पर शेयर की वीडियो

यूनियन के गठन का नेतृत्व देख रहे चमेल ठाकुर ने इस यूनियन को अंजाम दे दिया था. लेकिन कुछेक पायलटों ने इसका विरोध कर दिया जिसके चलते वीरवार को बिलिंग में टेंडम उड़ानें बंद रही. अब एसडीएम से मिलने के बाद बिलिंग में शुक्रवार आज से टेंडम उड़ानों का दौर शुरू होगा. अब बीड़ में उड़ानें नियमों के तहत ही होंगी.

बैठक में सभी पायलटों ने इस बात की खुशी जाहिर की की आजेसे सर्दियों के सीजन में एक पायलट दिन में दो गर्मियों में तीन उड़ान भर सकेगा. कुछ और मांगों पर एसडीएम जल्द ही फेसला लेंगे. इस मौके पर घाटी के पैराग्लाइडिंग ऑपरेटर और पायलट इस बात पर सहमत हो गए कि वे एक छत के नीचे काम करेंगे. इस निर्णय के बाद बीड़ बिलिंग घाटी में होने वाले हादसों की संख्या में भी भारी कमी आएगी जिससे कि विश्व मानचित्र पर इस घाटी का नाम और चमकेगा.

Read More
{}{}