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माउंट एवरेस्ट फतह कर सिरमौर लौटी कृतिका शर्मा का भव्य स्वागत, जिले का नाम किया रोशन

शनिवार को नाहन में विभिन्न संस्थाओं द्वारा कृतिका शर्मा को सम्मानित किया गया जिसके बाद कृतिका ने यहां चल रही राज्य स्तरीय कबड्डी प्रतियोगिता में भी शिरकत की जहां कबड्डी एसोसिएशन और खिलाड़ियों द्वारा कृतिका का स्वागत कर उसे सम्मानित किया गया.  

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माउंट एवरेस्ट फतह कर सिरमौर लौटी कृतिका शर्मा का भव्य स्वागत, जिले का नाम किया रोशन
Raj Rani|Updated: Jun 22, 2025, 11:50 AM IST
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Nahan News(देवेंदर वर्मा): माउंट एवरेस्ट को फतह करने के बाद पहली बार गृह जिला सिरमौर पहुंची सिरमौर जिला की गताधार की कृतिका शर्मा का शनिवार देर शाम जिला मुख्यालय नाहन पहुंचने पर स्वागत किया गया. कृतिका सहित देश के  10 NCC कैडेट्स ने 18 मई को माउंट एवरेस्ट को फतह किया था.

शनिवार को नाहन में विभिन्न संस्थाओं द्वारा कृतिका शर्मा को सम्मानित किया गया जिसके बाद कृतिका ने यहां चल रही राज्य स्तरीय कबड्डी प्रतियोगिता में भी शिरकत की जहां कबड्डी एसोसिएशन और खिलाड़ियों द्वारा कृतिका का स्वागत कर उसे सम्मानित किया गया.

मीडिया से बात करते हुए कृतिका शर्मा ने कहा कि माउंट एवरेस्ट के लिए उसकी चयन प्रक्रिया कॉलेज स्तर से शुरू हुई थी जो विभिन्न चरणों से गुजरी और आखिर में देश के10 NCC केडेट्स को माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई के लिए चुना गया. कृतिका ने कहा कि यह सफर बेहद चुनौती भरा था मगर किसी भी कैटरर्स ने हार नहीं मानी और सभी नहीं माउंट एवरेस्ट को फतह किया कृतिका ने अपनी उपलब्धि का श्रेय अपने माता-पिता और NCC ऑफिशल को दिया.

कृतिका की माता विद्या देवी और पिता भरत शर्मा ने कहा स कि उनकी बेटी ने माउंट एवरेस्ट फतह कर यह साबित कर दिया है कि बेटियां बेटों से काम नहीं है. उन्होंने कहा कि उनकी बेटी चयन के बाद इस बात को लेकर आश्वास थी कि वह माउंट एवरेस्ट को फतह कर लौटेंगी. उन्होंने कहा अब उन्हें इस बात की बेहद खुशी है कि बेटी माउंट एवरेस्ट को फतह कर सकुशल वापस घर लोटी है.

कृतिका को सम्मानित करने पहुंचे समाजसेवी और निदेशक रेल विकास निगम लिमिटेड़ सुरेंद्र हुन्दुस्तानी ने कहा कि सिरमौर जिला की इस बेटी ने पूरे हिमाचल प्रदेश का नाम रोशन किया है. उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाली समय में भी यह बेटी और ऊंचाइयां हासिल करेगी. उन्होंने कहा की बेटी को लेकर अक्सर यह धारणा होती है कि बिटिया कमजोर होती है लेकिन कृतिका नहीं है. साबित कर दिया है कि की बेटी बेटों से कम नहीं है.

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