Mahashivratri 2025: महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर देवभूमि हिमाचल प्रदेश के प्राचीन शिव मंदिरों में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिल रही है. जहां एक ओर शिव भक्तों ने शिवलिंग पर दूध चढ़ाकर भगवान भोलेनाथ का आशीर्वाद प्राप्त किया, वहीं मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं के लिए प्रसाद और भंडारे की भी व्यवस्था की गई है.
वहीं अगर बात करें बिलासपुर जिले के घुमारवीं उपमंडल के तहत गांव पन्याला में स्थित द्वादश ज्योतिर्लिंग शिव मंदिर की तो यहां शिवरात्रि के पावन अवसर पर शिव भक्त लंबी-लंबी कतारों में खड़े होकर भगवान शिव का गुणगान करते और शिव गीतों पर नाचते नजर आए और साथ ही शिवलिंग पर दूध चढ़ाने के लिए अपनी बारी का इंतजार भी किया. इसके अलावा मंदिर परिसर में पुजारी वर्ग द्वारा काल सर्प दोष निवारण के लिए विशेष पूजा-अर्चना भी की गई ताकि काल सर्प दोष से पीड़ित श्रद्धालुओं को दोष से मुक्ति मिल सके.
उल्लेखनीय है कि द्वादश ज्योतिर्लिंग शिव मंदिर पन्याला में ग्यारह छोटे तथा एक बड़ा शिवलिंग स्थापित है तथा हर वर्ष महाशिवरात्रि के महापर्व पर बिलासपुर, मंडी तथा हमीरपुर सहित प्रदेश भर से हजारों शिव भक्त यहां पूजा अर्चना करने तथा फलों का प्रसाद तथा गाजर का हलवा ग्रहण करने आते हैं.
शिवरात्रि के अवसर पर 28 फरवरी को मंदिर परिसर में विशाल भंडारे का भी आयोजन किया जाएगा जिसमें शिव भक्तों के लिए बिलासपुर धाम का आयोजन किया जाएगा. द्वादश ज्योतिर्लिंग शिव मंदिर पन्याला ट्रस्ट के सदस्य ब्रह्मदास ने बताया कि महाशिवरात्रि के अवसर पर शिवलिंग पर दूध चढ़ाने तथा भगवान शिव, पार्वती की पूजा अर्चना करने से भगवान भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं तथा भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं. वहीं मंदिर में पहुंचे श्रद्धालुओं में भी शिवरात्रि के पर्व को लेकर काफी उत्साह दिखा तथा भगवान शिव की पूजा अर्चना कर अपने परिवार की सुख समृद्धि की भी कामना की.