Bilaspur News(विजय भारद्वाज): बिलासपुर सदर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक त्रिलोक जमवाल ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार के ढाई वर्ष के कार्यकाल को लेकर जमकर निशाना साधते हुए इसे बंद की सरकार करार दिया है. सर्किट हाउस बिलासपुर में प्रेसवार्ता के दौरान विधायक त्रिलोक जमवाल ने कहा कि सत्ता में आते ही मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखु के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने प्रदेशभर में एक-एक कर अबतक 1885 सरकारी संस्थानों को बंद करने का काम किया है जिसे मुख्यमंत्री ने विधानसभा में ख़ुद माना है.
वहीं त्रिलोक जमवाल ने अपने विधानसभा क्षेत्र का जिक्र करते हुए कहा कि पिछले ढाई वर्षों में कईं संस्थानों को बंद करने जैसे कदम उठाये गए जिसमें मुख्यरूप से हरलोग की उपतहसील को बंद करना, कुठेड़ा में जलशक्ति विभाग का सब डिविशन बंद करना, जबलयाना में हेल्थ का सब सेंटर बंद करना, बरमाणा में हेल्थ पीएचसी बंद करना, एम्स में जलशक्ति विभाग का डिविशन व पुलिस चौकी बंद करना, सन 1971 से खुले एमएनटी सर्किल को शिफ्ट करना सहित 20 से अधिक प्राइमरी व मिडल स्कूलों को बंद करना शामिल है.
साथ ही विधायक त्रिलोक जमवाल ने कहा कि जब वर्तमान सरकार का इतने संस्थानों को बंद करने से भी मन नहीं भरा तो अब कुछ दिन पहले कैबिनेट में यह निर्णय लिया गया जिसमें राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (महिला) को बंद कर राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (पुरुष) में मर्ज करने का काम किया जाएगा, जिससे 80 के दशक में खोली गई इस आईटीआई में पढ़ने वाली छात्राओं को अपने स्वतंत्र वातावरण में पढ़ने की आजादी ना केवल कम हो जाएगी बल्कि महिला आईटीआई के बंद होने से कुछ छात्राएं ड्रापआउट हो भी जाएंगी.
साथ ही उन्होंने कहा कि आईटीआई की तर्ज पर सरकार राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक बालिका पाठशाला बिलासपुर को भी बंद कर छात्र पाठशाला में मर्ज करने की तैयारी कर रही है जिसका प्रपोजल तैयार कर लिया गया है और कभी भी कैबिनेट की मंजूरी मिल सकती है. वहीं बिलासपुर के शिक्षण संस्थानों को मर्ज करने के निर्णय को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए विधायक त्रिलोक जमवाल ने कहा कि वर्तमान कांग्रेस सरकार वेलफेयर कांसेप्ट के बजाए कॉमर्सलाइज तरीके से काम कर रही है और केवल संस्थानों को बंद करने में ही जुटी हुई है जिसकी वह निंदा करते हैं और आने वाले समय में सरकार का यही रवैया रहता है तो भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता सड़कों पर उतरकर इन निर्णयों के ख़िलाफ़ जमकर विरोध प्रदर्शन करेंगे.