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हिमाचल में मानसून की बारिश ने मचाई तबाही! सिविल डिफेंस की मजबूती पर ध्यान

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के प्रधान मीडिया सलाहकार नरेश चौहान ने कहा कि मानसून शुरू होते हिमाचल प्रदेश को भारी नुकसान हुआ. पहले कल्लू और धर्मशाला में बरसात में बड़ा नुकसान पहुंचा. इसके बाद मंडी में जगह-जगह बादल फटने से जान-माल का भारी नुकसान हुआ है. 

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हिमाचल में मानसून की बारिश ने मचाई तबाही! सिविल डिफेंस की मजबूती पर ध्यान
Raj Rani|Updated: Jul 03, 2025, 02:44 PM IST
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Shimla News(अंकुश डोभाल): हिमाचल प्रदेश में मानसून ने इस साल फिर शुरुआती दौर में ही भारी तबाही मचाई है. बीते दो दिनों में बादल फटने के 14 और फ़्लैश फ्लड तीन घटना हुई हैं. बीते दो दिनों में जिला मंडी में 13 लोगों की मौत हुई, जबकि 29 लोग अब भी लापता हैं. इसके अलावा पांच लोग घायल भी हुए हैं. प्रदेश में प्रशासन और सरकार रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे हुए हैं. 

इसे लेकर मुख्यमंत्री के प्रधान मीडिया सलाहकार नरेश चौहान ने कहा कि रेस्क्यू ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं. सभी जिलों में SP और डीसी अलर्ट पर रखे गए हैं. मुख्यमंत्री सभी राहत बचाव कार्यों की खुद मॉनिटरिंग कर रहे हैं. नरेश चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री ने बीते कल सेना के हेलीकॉप्टर से ख़ुद लोगों तक राहत सामग्री पहुंचने का काम किया.

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के प्रधान मीडिया सलाहकार नरेश चौहान ने कहा कि मानसून शुरू होते हिमाचल प्रदेश को भारी नुकसान हुआ. पहले कल्लू और धर्मशाला में बरसात में बड़ा नुकसान पहुंचा. इसके बाद मंडी में जगह-जगह बादल फटने से जान-माल का भारी नुकसान हुआ है. इस बार मानसून सीजन में अब तक 62 लोगों की जान जा चुकी है. 

वहीं, 40 लोगों के अभी भी लापता होने की जानकारी है. इनमें सड़क दुर्घटनाएं भी शामिल हैं. नरेश चौहान ने कहा कि प्रदेश सरकार राहत और बचाव के काम प्राथमिकता पर कर रही है. मुख्यमंत्री ख़ुद पूरे हालात की मॉनिटरिंग कर रहे हैं. मंडी में आपदा के बाद मुख्यमंत्री ने आपदा प्रभावित क्षेत्र में खुद जाकर लोगों तक राहत सामग्री पहुंचाई. सभी जिलों के SP और DC अलर्ट मोड पर हैं. आपदा को देखते हुए लोग निर्माण विभाग जल शक्ति विभाग और विभाग के कर्मचारियों की छुट्टियां भी रद्द कर दी गई है.

वहीं, नरेश चौहान ने हिमाचल प्रदेश में आपदा से निपटने के लिए आम लोगों को सिविल डिफेंस का प्रशिक्षण देने की भी बात कही है. नरेश चौहान ने कहा कि प्रदेश में करीब 70 हजार लोगों को सिविल डिफेंस का प्रशिक्षण दिया जाएगा. यह राज्य की कुल आबादी का एक फीसदी है. केंद्र सरकार ने समूचे हिमाचल को सिविल डिफेंस टाउन घोषित किया है. इसके तहत एक फीसदी आबादी को सिविल डिफैंस वालंटियर्स का प्रशिक्षण मिलेगा. 

प्रशिक्षित सिविल डिफैंस वालंटियर्स साल दर साल आपदाओं से जूझ रहे हिमाचल में मददगार साबित होंगे. राजस्व विभाग ने प्रदेश की 3600 से अधिक पंचायतों में 28 हजार वालंटियर्स को प्रशिक्षित किया है. उन्होंने कहा कि आपदा के बाद एसडीआरएफ और एनडीआरएफ के पहुंचने में समय लगता है. ऐसे में लोग मौके पर उनकी मदद कर सकें इस लिहाज़ आम लोगों कर प्रशिक्षित किया जाएगा.

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