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हिमाचल में मानसून का कहर; 20 जून से अब तक 91 की मौत, मंडी सबसे अधिक प्रभावित

राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (SDMA) के अनुसार, हिमाचल प्रदेश में मानसून की शुरुआत के बाद से भारी तबाही हुई है, जिसमें 20 जून से 10 जुलाई के बीच 91 लोगों की जान चली गई.  

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हिमाचल में मानसून का कहर; 20 जून से अब तक 91 की मौत, मंडी सबसे अधिक प्रभावित
Raj Rani|Updated: Jul 11, 2025, 12:26 PM IST
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Himachal Monsoon: हिमाचल प्रदेश में 20 जून से 10 जुलाई तक भारी बारिश और प्राकृतिक आपदाओं ने भीषण तबाही मचाई है, जिसमें अब तक 91 लोगों की जान जा चुकी है, यह जानकारी राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (SDMA) की ताजा रिपोर्ट में दी गई है.

SDMA की क्यूमुलेटिव लॉस रिपोर्ट के अनुसार, इन मौतों में से 55 वर्षा जनित आपदाओं (भूस्खलन, बादल फटना, बाढ़, डूबना और करंट लगना) के कारण हुई हैं, जबकि 36 मौतें खराब मौसम की वजह से हुए सड़क हादसों में दर्ज की गई हैं.

सबसे ज्यादा नुकसान मंडी, कांगड़ा और कुल्लू में
-मंडी में सबसे ज्यादा 17 मौतें दर्ज की गई हैं
-कांगड़ा में 12 मौतें
-कुल्लू में 3 मौतें

रिपोर्ट के अनुसार:
-बादल फटने की घटनाओं में 15 लोगों की मौत
-डूबने से 9, फ्लैश फ्लड में 8,
-पेड़ों या ढलानों से गिरने से 10,
-करंट लगने से 4 मौतें हुईं
-अन्य 4 मौतों के कारण स्पष्ट नहीं हैं

36 सड़क हादसों में मौतें दर्ज की गई हैं, जिनमें सोलन (6), कुल्लू (7), और चंबा (6) में सबसे ज्यादा जानें गईं.

नुकसान का आकलन और राहत कार्य
अब तक 131 लोग घायल हुए हैं और 364 पशुओं की मौत हुई है
752 मकान पूरी तरह, और 880 आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं
₹74 करोड़ से अधिक का कुल आर्थिक नुकसान दर्ज किया गया है
जल आपूर्ति, बिजली, ग्रामीण विकास, कृषि और बागवानी क्षेत्रों में भी भारी नुकसान हुआ है

आपदा प्रभावित इलाकों में राहत और पुनर्वास कार्य तेजी से जारी हैं, और हाई-इम्पैक्ट जोन में आपातकालीन टीमें तैनात की गई हैं. एसडीएमए ने लोगों से अलर्ट रहने और यात्रा से बचने की अपील की है, क्योंकि आगामी दिनों में बारिश की संभावना बनी हुई है.

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने किया प्रभावित क्षेत्रों का दौरा
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने गुरुवार को मंडी जिले की नाचन विधानसभा क्षेत्र के बगा, स्यांज और पंगाल्यूर गांवों का दौरा किया.

उन्होंने आपदा पीड़ित परिवारों से मुलाकात कर उन्हें ढांढस बंधाया और सरकार की ओर से हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया. उन्होंने मृतकों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना भी की.

बगा गांव में दो लोगों की मौत, जबकि पंगाल्यूर में फ्लैश फ्लड में 9 लोग बह गए, जिनमें से चार शव बरामद किए जा चुके हैं, बाकी पांच की तलाश जारी है. स्थानीय लोगों ने बताया कि भारी बारिश से पहाड़ी धंसने के कारण घरों और पशुधन को बड़ा नुकसान हुआ है.

मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि घरों, गौशालाओं, मवेशियों की क्षति का पूरा मुआवजा दिया जाएगा और प्रभावित परिवारों के लिए पुनर्वास और ठहरने की उचित व्यवस्था की जाएगी.

मौके पर मौजूद रहे वरिष्ठ नेता व अधिकारी
इस अवसर पर कांग्रेस नेता चेत राम, चंदरशेखर रड्डे, विजय पाल सिंह, एपीएमसी चेयरमैन संजीव गुलरिया, डीसी अपूर्व देवगन, एसपी साक्षी वर्मा समेत कई अधिकारी और जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे.

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