Paonta Sahib(ज्ञान प्रकाश): पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व सांसद सुरेश कश्यप और राजगढ़ विधायक रीना कश्यप ने कांग्रेस और स्थानीय प्रशासन पर श्री शिरगुल देवता बैसाखी मेले के राजनैतिक करण के आरोप लगाए हैं. सांसद और विधायक का आरोप है कि मेले में चुने हुए जनप्रतिनिधियों और संवैधानिक पदों पर बैठे प्रतिनिधियों की अनदेखी की गई है. मेले में हारे हुए नेताओं को मुख्य अतिथि बनाया जाना दुर्भाग्यपूर्ण की बात है.
सांसद सुरैश कश्यप व विधायक रीना कश्यप ने राजगढ़ में आयोजित संयुक्त पत्रकार वार्ता की. पत्रकार वार्ता के दौरान दोनों नेताओं ने स्थानीय कांग्रेस पार्टी और प्रशासन पर धार्मिक मेले के राजनीतिकरण के आरोप लगाए. दोनों नेताओं ने कहा कि धार्मिक मेले का राजनीतिकरण हैरानी का विषय है. उन्होंने कहा कि विधायक रीना कश्यप राजगढ़ की ही निवासी है और सांसद का गृह क्षेत्र भी पच्छाद निर्वाचन क्षेत्र है.
लेकिन स्थानीय प्रशासन व कांग्रेसी नेताओं ने उन्हें तीन दिन के मेले में एक दिन भी मुख्य अतिथि नहीं बनाया बल्कि बाहरी क्षेत्र के विधायक व हारे हुए नेताओं को मुख्य अतिथि बनाया गया. सांसद व विधायक ने आरोप लगाया है कि मेला समिति में 104 लोगो सदस्यता दी गई जिसमें कांग्रेस के लोग ही अधिक है. इस सूची में भाजपा के लोगों को उचित स्थान नहीं दिया गया. केवल वही लोग इस सुची में शामिल हैं जो शिरगुल देवता मन्दिर समिति सदस्य या फिर पंचायत राज में चुने हुए प्रतिनिधियों को ही मेला कमेटी में सदस्य बनाया गया है.
दोनों नेताओं ने कहा कि जिला सिरमौर व शिमला के प्रमुख आराध्य देव शिरगुल के नाम पर लगने वाले इस मेले का राजनीतिकरण दुर्भाग्यपूर्ण है. सांसद ने कहा कि विधायक रीना कश्यप न केवल स्थानीय निवासी है, बल्कि जिस शिरगुल देवता के नाम पर मेला आयोजित होता है उसी शिरगुल देवता के प्रमुख सेवकों के परिवार से आती है. देव पंरपरा में भी देवता का गुर की पहली आवाज विधायक के परिवार को ही पड़ती है. ऐसे में उनको नजरअंदाज करना निंदनीय है.
सुरेश कश्यप और रीना कश्यप ने कहा कि कांग्रेसी नेता पच्छाद निर्वाचन क्षेत्र की जनता को गुमराह कर रही है. कांग्रेसी नेता बताए कि करीब ढाई साल में कांग्रेस की प्रदेश सरकार ने पच्छाद में विकास के नाम पर क्या एक भी ईंट लगाई है. चुनाव के समय कांग्रेस पार्टी ने जो गारंटीया प्रदेश की जनता को दी थी उसमें से एक भी गारंटी पूरी नहीं हो पाई है और लोग अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहे हैं. वर्तमान कांग्रेस सरकार बस केवल वजट ना होने का रोना मंच से रोती रहती है और विकास कार्य पूरी तरह से ठप्प पड़े हैं.