Nahan News: वित्तीय लाभ न मिलने से सरकार से नाराज एचआरटीसी चालकों व परिचालकों का गुस्सा लगातार बढ़ता जा रहा है. आज सिरमौर जिला मुख्यालय नाहन में गेट मीटिंग कर चालकों व परिचालकों ने विरोध प्रदर्शन कर सरकार व एचआरटीसी प्रबंधन के खिलाफ रोष जताया. इस दौरान प्रदेश सरकार और निगम के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए अपना आक्रोश जाहिर किया.
मीडिया से बात करते हुए कंडक्टर यूनियन के राज्य उपाध्यक्ष नवीन ठाकुर ने कहा कि चालकों व परिचालकों को सरकार की ओर से केवल आश्वासन ही मिल रहे हैं तथा उनकी मांगों को सरकार व एचआरटीसी प्रबंधन द्वारा लंबे समय से नजरअंदाज किया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि यूनियन पदाधिकारियों ने लंबित वित्तीय भत्तों के बारे में कई बार मुख्यमंत्री से चर्चा की थी और मुख्यमंत्री ने कहा था कि उनके लंबित वित्तीय भत्तों के भुगतान के लिए शीघ्र ही राशि जारी कर दी जाएगी, लेकिन अभी तक चालकों व परिचालकों के खातों में कोई पैसा नहीं आया है, जिससे उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
उन्होंने कहा कि 6 मार्च को राजधानी शिमला में यूनियन की उच्च स्तरीय बैठक होगी जिसमें आगामी निर्णय लिया जाएगा और यदि आश्वासन के अनुसार कल तक सरकार व प्रबंधन चालकों व परिचालकों के हित में कोई निर्णय नहीं लेता है तो इस बैठक में आंदोलन का रास्ता अपनाया जाएगा.
हाल ही में पथ परिवहन निगम के नालागढ़ डिपो के कर्मचारियों ने भी गेट मीटिंग कर मांगों को लेकर नारेबाजी की थी. ड्राइवरों और कंडक्टरों का 65 महीने का नाइट ओवरटाइम बकाया है. साथ ही डीए का बकाया भी नहीं दिया गया है. ड्राइवर और कंडक्टर लंबे समय से अपने भत्तों की मांग कर रहे हैं. सरकार से कई दौर की वार्ता हो चुकी है, जिसका कोई नतीजा नहीं निकला.
ऐसे में नाराज एचआरटीसी ड्राइवरों और कंडक्टरों ने सरकार और प्रबंधन को 6 मार्च यानी कल तक का समय दिया है. जिसके बाद मांग पूरी न होने पर ड्राइवर कंडक्टर यूनियन ने संघर्ष का ऐलान करते हुए चक्का जाम करने की चेतावनी दी है.
आज एचआरटीसी मुख्यालय शिमला में वाइस चेयरमैन अजय वर्मा के साथ हुई बैठक में भी ये कर्मचारी आंदोलन से पीछे हटने को राजी नहीं हुए हैं. बैठक के बाद एचआरटीसी चालक यूनियन के अध्यक्ष मान सिंह ने कहा कि वह सरकार से बार-बार चालकों व परिचालकों के विभिन्न वित्तीय प्राधिकरणों के बारे में बात कर रहे हैं, लेकिन अभी भी सरकार की ओर से इन देनदारियों के भुगतान के लिए कोई स्पष्ट आश्वासन नहीं मिल रहा है.
ऐसे में चालक परिचालक यूनियन कल तक इंतजार करेगी और कल से आगामी आंदोलन की रणनीति बनाई जाएगी. उन्होंने कहा कि एचआरटीसी चालकों व परिचालकों का 65 महीने का ओवरटाइम, डीए एरियर, 4-9-14 एरियर व 2016 पे कमीशन के एरियर की किस्त लंबित पड़ी हुई है.
इसके बावजूद प्रदेश सरकार लंबे समय से उनकी लंबित देनदारियों का भुगतान नहीं कर रही है. उन्होंने कहा कि अगर सरकार 100 करोड़ से अधिक की इन देनदारियों का भुगतान नहीं कर सकती तो मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणा के अनुसार सरकार 59 करोड़ की किश्त का भुगतान करे. उन्होंने कहा कि अगर कल 6 मार्च तक इन बकाया राशि को पूरा नहीं किया गया तो एचआरटीसी चालक-परिचालक संघ एक लंबे आंदोलन की रूपरेखा तैयार करने पर मजबूर होगा.