Nahan News(देवेंदर वर्मा): सिरमौर जिला से जुड़े विभिन्न मुद्दों को लेकर अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति ने आज जिला DC सिरमौर के जरिए मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा है. मुख्यमंत्री को भेजे मांग पत्र में महिलाओं द्वारा जिला से जुड़े कई गंभीर मुद्दे उठाए गए है जिस पर त्वरित कार्रवाई की मांग की गई है.
मीडिया से बात करते हुए महिला समिति की जिला अध्यक्ष संतोष कपूर ने कहा कि सिरमौर जिला में स्कूलों के भीतर यौन उत्पीड़न के लगातार मामले सामने आ रहे हैं. एक नया मामला राजगढ़ के एक सरकारी स्कूल में सामने आया है जहां करीब 25 छात्राओं ने स्कूल शिक्षक पर उत्पीड़न के आरोप लगाए है जो बेहद गंभीर विषय है. उन्होंने कहा कि सरकार को ज्ञापन भेजकर यह मांग की जा रही है कि स्कूलों में लिंग संवेदनशील कमेटियों का गठन किया जाए और जिन स्कूलों में यह कमेटीया पहले ही बनी हुई है. वहां पर इन कमेटियों को सक्रिय किया जाए ताकि इस तरह की घटना पर रोक लगा सके.
जनवरी महिला समिति ने बसों के किराए में हुई बढ़ोतरी पर चिंता जताते हुए कहा कि किराया बढ़ाने का फैसला जन विरोधी है साथ ही न्यूनतम किराए को ₹10 किया जाना भी उचित नहीं है. वहीं उन्होंने यह भी कहा कि सिरमौर जिला में परिवहन निगम के कई रूटों को बंद किया जा रहा है जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि कहीं ना कहीं HRTC रुट को बंद करने के पीछे सरकार की मंशा निजी बस ऑपरेटरों को लाभ पहुंचाने की है जबकि हवाला एचआरटीसी बसों में घाटे का दिया जा रहा है.
जनवादी महिला समिति ने भवन की कमी से जूझ रहे माध्यमिक स्कूल चिया ममियाना का मामला भी उठाया है. समिति की अध्यक्ष ने बताया कि स्कूल में एक ही कमरे के भीतर तीन कक्षाएं चल रही है. गत वर्ष यहां भवन निर्माण के लिए पैसा भी जारी कर दिया गया था मगर अभी तक भवन का निर्माण नहीं हुआ है जिससे यहाँ बच्चो की पढ़ाई सीधे तौर पर प्रभावित हो रही है.
स्कूल के एसएमसी अध्यक्ष अनिल कुमार ने बताया कि स्कूल भवन निर्माण न होने से बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है जबकि जबकि निर्माण कार्य के लिए बजट स्वीकृत हो चुका है. मगर बजट जारी नही हुआ है. उन्होंने कहा कि माध्यमिक पाठशाला के लिए प्राथमिक पाठशाला के एक कमरे का इस्तेमाल कक्षाएं चलाने के लिए दिया गया है और इस कमरे में तीन कक्षाएं चल रही है जिसमें 30 छात्र शिक्षा ग्रहण कर रहे है.