Mandi News(नितेश सैनी): जिला मंडी के पराशर ऋषि से सटे कालंग गांव के ग्रामीण इन दिनों गहरी चिंता और असुरक्षा के साये में जी रहे हैं. गांव में लगातार हो रहे भूस्खलन के चलते यहां के करीब 20 घर सीधे खतरे की जद में आ चुके हैं. ग्रामीणों ने इस गंभीर समस्या को लेकर जिला प्रशासन का ध्यान आकर्षित किया है और एडीसी मंडी को ज्ञापन सौंपा है.
गांव के ठीक आगे करीब 300 मीटर गहरी खाई अब खतरे की बड़ी वजह बन गई है. लगातार हो रहे भूस्खलन से गांव की ज़मीन दरक रही है और किसी भी वक्त बड़ा हादसा हो सकता है. ग्रामीणों का कहना है कि मानसून के दौरान स्थिति और भी ज्यादा भयावह हो जाती है. ग्रामीणों ने एडीसी को सौंपे ज्ञापन में स्थायी समाधान और पुनर्वास की मांग की है. उनका कहना है कि अगर प्रशासन समय रहते उचित कदम नहीं उठाता, तो यहां बड़ा हादसा हो सकता है, जिसकी जिम्मेदारी पूरी तरह सरकार की होगी.
गांव के एक निवासी ने कहा की हमारे घर खाई के एकदम किनारे पर हैं. हर बारिश के बाद मिट्टी खिसकती है. अगर जल्द कोई समाधान नहीं निकला, तो जानमाल का नुकसान हो सकता है.
स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि भू-वैज्ञानिकों की टीम गांव में भेजकर भूस्खलन की गंभीरता का अध्ययन कराया जाए, और प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर बसाया जाए.
बता दे की हिमाचल प्रदेश में भूस्खलन एक आम समस्या बनती जा रही है, लेकिन प्रशासनिक ढिलाई कई बार छोटे मामलों को बड़े संकट में बदल देती है. अब देखना यह होगा कि कालंग गांव के लिए प्रशासन कितना संवेदनशील और तत्पर साबित होता है.