Nahan News(देवेंदर वर्मा): विभिन्न राज्य के लोगों की धार्मिक आस्थाओं के केंद्र शिरगुल स्थली चूड़धार यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं को अब शुल्क अदा करना पड़ेगा. चूड़धार सिरमौर जिला की सबसे ऊंची चोटी है जहां सालाना लाखों श्रद्धालु पहुंचते है. अब इस नई व्यवस्था के तहत श्रद्धालुओं से शुल्क लिया जा रहा है जिसके लिए विभिन्न शुल्क दरे तय दी गई है.
चूड़धार में प्रवेश के लिए विभिन्न श्रेणियों में शुल्क निर्धारित किए गए हैं, जो अलग-अलग प्रकार के यात्रियों के लिए होंगे यहां हिमाचली श्रद्धालु से 20 रुपये प्रति व्यक्ति जबकि गैर हिमाचली श्रद्धालु 50 रुपये प्रति व्यक्ति लिया जा रहा है. जिसका 75% हिस्सा प्रदेश सरकार को जबकि 25 प्रतिशत हिस्सा इस कार्य की देखरेख कर रहे नवयुवक मंडल पर खर्च किया जाएगा. इसके अलावा यहां पर कैमरा शुल्क ,डॉक्यूमेंट्री शुल्क, टेंटिंग कैंपिंग,खच्चर और घोड़े के शुल्क भी तय किए गए. जिसका 60% हिस्सा नवयुवक मंडल को जबकि 40% हिस्सा प्रदेश सरकार को जाना सुनिश्चित किया गया है.
चूड़धार यात्रा पर लिए जा रहे इस शुल्क को लेकर लोगों की तरह-तरह की प्रतिक्रिया सामने आ रही है एक तरफ जहां अधिकतर लोगों का यह कहना है कि इस धार्मिक स्थल पर जाने वाले लोगों से शुल्क लेना उचित नहीं है. वहीं कुछ लोगों का यह भी कहना है कि यदि सुविधा मिलती है तो शुल्क भी लिया जाना चाहिए और सभी व्यवस्थाओं को दुरुस्त किया जाना चाहिए.
शुल्क को लेकर वन्य प्राणी विभाग और सरकार द्वारा हवाला दिया जा रहा है कि इस व्यवस्था का मुख्य उद्देश्य चूड़धार यात्रा के दौरान पर्यावरण की सुरक्षा और पवित्र स्थल की स्वच्छता बनाए रखना है.