Himachal Pradesh/ज्ञान प्रकाश: पावटा साहिब में शिक्षा का मंदिर महाविद्यालय विवादों के घेरे में आ गया है. यहां स्कूल के प्राचार्य पर कॉलेज के बजट के साथ छेड़छाड़ के गंभीर आरोप लगे हैं. आरोपी के चलते कॉलेज की सभी छात्र संघ इकाइयां एबीपी और एनएसयूआई सहित सभी छात्र एकजुट होकर प्राचार्य के खिलाफ खड़े हो गए हैं. आरोप है कि प्राचार्य ने कॉलेज के एक प्रोफेसर के बच्चे को लाभ पहुंचाने के लिए लगभग डेढ़ करोड़ के बजट को कन्वर्ट करने का प्रयास किया है.
छात्र संघ नेताओं ने बताया कि कॉलेज कैंटीन के लिए दशकों की मांग के बाद रूसा के तहत एक करोड़ 40 लाख बजट सैंक्शन हुआ है. यह पैसा कॉलेज को मिल चुका है। मगर प्राचार्य ने यह भारी भरकम राशि कॉलेज की कैंटीन के निर्माण में नहीं लग रहे हैं इस राशि को कन्वर्ट कर गुपचुप इंडोर बैडमिंटन कोर्ट बनाने में लगाने की योजना बनाई गई है. छात्र संघों प्राचार्य से बैठक कर इसका घोर विरोध जताया मगर, प्राचार्य छात्रों की बात को अनसुना कर मनमानी पर उतारू है.
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हालांकि कॉलेज का अन्य स्टाफ भी प्राचार्य की इस मनमानी के खिलाफ दवे स्वर में विरोध कर रहा है मगर, प्राचार्य मनमानी कर रहे हैं. ऐसे में नाराज छात्र संघों ने मंगलवार को प्राचार्य की मनमानियां का विरोध करते हुए उनके कार्यालय में ताला जड़ दिया. साथ ही प्राचार्य के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की. छात्र संघों ने स्पष्ट कर दिया है कि यदि प्राचार्य की मनमानी नहीं रुकी और उनकी मांगों को नहीं माना गया तो कल से धरने पर बैठेंगे. कक्षाओं का बहिष्कार करेंगे। उधर हंगामा होते देखा पुलिस ने हस्तक्षेप किया और छात्रों को मना कर प्राचार्य के कार्यालय का ताला खुलवाया गया.
उधर महाविद्यालय के प्राचार्य विभव कुमार शुक्ला ने छात्रों के आरोपों का खंडन किया है. उन्होंने सवालों को टालते हुए कहा कि छात्र निराधार आरोप लगा रहे हैं. उन्होंने गोलमोल जवाब दिया और यह स्पष्ट नहीं किया कि किन कारणों से कॉलेज कैंटीन के लिए आए पैसे को कन्वर्ट कर इंदौर बैडमिंटन कोर्ट में खर्च किया जा रहा है.