Una News(राकेश माल्हि): हिमाचल सरकार द्वारा स्कूलों को मर्ज करने क़े फैसलें का विरोध होना शुरू हो गया है. संतोषगढ़ के सरकारी गर्ल्स स्कूल को बॉयज स्कूल में मर्ज किए जाने को लेकर गांव के लोग और स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के परिजनों में काफी आक्रोश है जिसके चलते गांव का एक प्रतिनिधिमंडल शिक्षा अधिकारी से मिलने आज ऊना पहुंचा और उन्होंने अपना मांग पत्र सौंप कर सरकारी गर्ल्स स्कूल को मर्ज न किए जाने की गुहार लगाई है.
परिजनों और स्कूल मैनेजमेंट कमेटी के सदस्यों की माने तो यह गर्ल्स स्कूल बहुत साल पुराना है. उनके बच्चे इसी स्कूल में पढ़ रहे हैं. सरकार द्वारा अचानक स्कूलों को मर्ज करने का जो फैसला लिया गया है वह सही नहीं है. वह इसका विरोध करते हैं और सरकार से मांग करते हैं कि गर्ल्स स्कूल को बॉयज स्कूल में मर्ज ना किया जाए.
अगर सरकार ने अपने फैसले पर पुनः विचार नहीं किया तो वह अपने बच्चों को इस स्कूल में पड़ने से हटा लेंगे. उन्होंने कहा फिर भी अगर सरकार नहीं मानी तो वह सरकार के फैसले का पुरजोर विरोध करेंगे और सड़कों पर भी उतरेंगे.
वहीं शिक्षा अधिकारी अनिल कुमार ने कहा है कि विद्यार्थियों के परिजनों का एक प्रतिनिधिमंडल उनसे मिला है. उन्होंने मांग पत्र दिया है कि गर्ल स्कूल को बॉयज स्कूल में मर्ज़ ना किया जाए. उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा यह फैसला लिया गया है.
लड़का और लड़की एक साथ बैठकर पड़ेंगे बच्चों को अच्छा वातावरण मिलेगा और बच्चों पर किसी भी प्रकार का कोई बोझ नहीं बढ़ेगा. उन्होंने कहा कि आए हुए परिजनों को उन्होंने इस बाबत स्पष्ट किया है की यह सरकार का फैसला है और सरकार बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए यह कदम उठा रही है.