Himachal Pradesh/विशेषर नेगी: शिमला जिला के रामपुर बुशहर में आज आसपास के इलाकों से लोगों ने डीएवी मैनेजमेंट के खिलाफ प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारी रामपुर के चौधरी अड्डे से मुख्य बाजार होते हुए डीएवी स्कूल पहुंचे. वहां पर स्कूल प्रबंधन द्वारा गुंडा तत्वों को संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए स्पष्टीकरण मांगा. प्रदर्शनकारियो ने बताया कि 11 फरवरी को एक छात्र के पिता और दादा स्कूल प्रधानाचार्य के कार्यालय में आकर एक शिक्षक और कार्यालय लिपिक से लातों घुसो से मारपीट करने लगे। जबकि शिक्षक की कोई गलती नहीं थी.
मारपीट करता का बच्चा दोपहर के समय खेलते हुए गिर गया था. इस से छात्र को मामूली चोट आई थी. लेकिन अभिभावक ने पैसों की धौंस दिखाते हुए न केवल उन्हें अपशब्द कहे ,बल्कि लातों घुसो से मारपीट की. इसी विरोध में अभिभावकों ने डीएवी स्कूल रामपुर को बंद करने की मांग की, और बताया कि स्कूल परिसर में बच्चों के लिए कोई सुविधा नहीं है ऊपर से स्कूल में शिक्षक भी असुरक्षित है. उन्होंने आरोप लगाया स्कूल फीस वसूल के मामले में सभी स्कूलों से ऊपर है.
बाबू ने स्कूल के एक अध्यापक व लिपि को लातों से मारा उसके बाद स्कूल प्रबंधन द्वारा स्कूल परिसर में जबरन घुसकर मारपीट करने वाले अभिभावकों के खिलाफ मुकदमा करने की बजाय उन्हें संरक्षण देने का प्रयास किया. इसी विरोध में आज सैकड़ो की संख्या में लोगों ने रामपुर जाकर प्रदर्शन किया और बताया कि अगर इस तरह परिसर के भीतर जाकर स्कूल शिक्षक सुरक्षित नहीं तो उनके बच्चे कैसे सुरक्षित हो सकते हैं. उन्होंने बिना सुविधाओं के चल रहे दव स्कूल रामपुर को भी बंद करने की मांग उठाई.
मीना जोशी पंचायत समिति सदस्य ने बताया कि आज जो आक्रोश रैली रामपुर में रखी गई है। उसी को लेकर लोग एकत्रित हुए हैं. उन्होंने बताया कि जिस स्कूल में अध्यापक सुरक्षित नहीं तो वहां बच्चे कैसे सुरक्षित हो सकते हैं. स्कूल प्रबंधन इस घटना में क्यों चुप्पी साधे है.
प्रदर्शनकारी राणा दा वाइपर ने बताया स्कूल परिसर में आकर एक अभिभावक द्वारा स्कूल शिक्षक से मारपीट मामले में डीएवी स्कूल प्रबंधन की ओर से कोई कार्रवाई न करने पर विरोध स्वरूप लोगों ने प्रदर्शन किया है. उन्होंने कहा कि गुंडा तत्व अपनी दबंगई दिखाकर किस तरह से हरकत कर रहे हैं. स्कूल परिसर में ही शिक्षक पीटते जा रहे हैं यह गंभीर विषय है. ऐसे तत्वों पर सख्त कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए.