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दुग्ध उत्पादक संघ के बैनर तले रामपुर के दत्तनगर मिल्क फैड के चिलिंग प्लांट में उत्पादकों ने दिया धरना

Rampur News: दुग्ध उत्पादक संघ के बैनर तले रामपुर के दत्तनगर मिल्क फैड के चिलिंग प्लांट में उत्पादकों ने घरना दिया. दुग्ध उत्पादकों की मांग है कि दूध का भुगतान महीने के 10 तारीख से पहले हो. 

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दुग्ध उत्पादक संघ के बैनर तले रामपुर के दत्तनगर मिल्क फैड के चिलिंग प्लांट में उत्पादकों ने दिया धरना
Muskan Chaurasia|Updated: Sep 02, 2024, 06:12 PM IST
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Rampur News: दुग्ध उत्पादक संघ के बैनर तले पूर्व विधायक राकेश सिंघा व किसान सभा के राज्य सचिव ओंकार शाद की अगुवाई में आज रामपुर, ननखड़ी, निरमंड, कुमार सेन आदि खंडों से आए दुग्ध उत्पादकों ने दत्तनगर स्थित मिल्क फैड के चिलिंग प्लाट के आगे धरना दिया. 

उन्होंने चेतावनी दी, अगर समय रहते उनकी पांच सूत्री मांग पत्र पर गौर नहीं किया गया, तो आने वाले समय में एक बड़ा आंदोलन खड़ा किया जाएगा. दुग्ध उत्पादक संघ के नेताओं ने बताया कि मिल्क फैट सरकार द्वारा निर्धारित दूध की दरों को नहीं दे रहा है और ना ही समय पर दूध का भुगतान दुग्ध उत्पादकों को किया जा रहा है. उन्होंने मांग उठाई की हर माह दूध का भुगतान 10 तारीख से पहले हो. 

इसी तरह दूध एकत्रीकरण केंद्रों एवं सोसाइटी को एनालाइजर एवं दूध की फैट व एसएनएफ मापने के आधुनिक संयंत्र दिए जाए ताकि दुग्ध उत्पादक को मौके पर ही दूध की गुणवता का पता चल सके. 

उन्होंने मांग उठाई की मिल्क फैड सोसायटीज के माध्यम से गांव में दुग्ध उत्पादकों को पशु फीड मुहैया करवाई जाए. उन्होंने बताया कि मिल्क फैड एवं किसानों को बचाने के लिए मिल्क फैड में पनप रहे भ्रष्टाचार को रोकने के प्रयासों. उन्होंने बताया कि अगर समय रहते उनकी मांगों पर गौर नहीं किया गया तो जल्द ही बड़ा आंदोलन खड़ा कर दिया जाएगा.

किसान सभा के राज्य सचिव ओंकार शाद ने बताया आज दूध उत्पादक दत्तनगर में इसलिए आए हैं  क्योंकि जो डेढ़ सौ से अधिक दूध सप्लाई करने वाली सोसाइटिया है. उन्हे मिल्क फैड दूध की गुणवत्ता जांचने की आधुनिक मशीनें उपलब्ध कराए. ताकि सरकार ने दूध के रेट 47 रुपए 93 पैसे तय किए है. वह दूध उत्पादकों को मिले. इसी तरह दूध का भुगतान हर महीने 10 तारीख से पहले हो. मिल्क फैड  सोसाइटीज के माध्यम से गाय का उत्तम गुणवत्ता वाला फीड गांव-गांव तक  भेजी जाए. उन्होंने मिल्क फैड में नीचे से ऊपर में तक चल रहे भ्रष्टाचार को रोकने की मांग की है, ताकि मिल्क फैड व किसान को बचाया जा सके. 

पूर्व विधायक एवं किसान नेता राकेश सिंघा ने बताया यह आर पार की लड़ाई होने वाली है. हिमाचल प्रदेश सरकार की मंशा थी ग्रामीण अर्थ व्यवस्था को उठाने की. दुर्भाग्यपूर्ण है कि हिमाचल प्रदेश की सरकार ने जो दूध की दरें विधानसभा में सेशन के दौरान घोषणा की थी. वह आज दूध उत्पादक को नहीं मिल रहा है. उसका कारण है दूध की गुणवत्ता मापने वाली मशीनें न होना है. 

उन्होंने बताया कि दुग्ध उत्पादकों की मांगों पर जल्द मिल्क फैड निर्णय नहीं लेता है तो आने वाले समय में बड़ा आंदोलन खड़ा किया जाएगा.  दत्त नगर स्थित मिल्क प्लांट के प्रभारी ने बताया कि अभी 272 सोसाइटीज दूध सप्लाई कर रही है।,लेकिन इनमें से 170 को दूध ही गुणवत्ता जांचने की मशीनें दी गई थी. उन में से कुछ खराब हो गई है. जल्द ही नई मशीनें चरणबद्ध की जाएगी. उन्होंने आश्वासन दिया कि आने वाले समय में दूध का भुगतान समय पर किया जाएगा. 

रिपोर्ट- बिजेश्वर नेगी, रामपुर

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