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AIIMS बिलासपुर में शुरू हुई रोबोटिक घुटना प्रत्यारोपण सर्जरी, हिमाचल में रचा इतिहास

हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े स्वास्थ्य संस्थान AIIMS अस्पताल बिलासपुर में रोबोटिक घुटना प्रत्यारोपण सर्जरी की शुरुआत हुई जिससे बिलासपुर ने इतिहास रच दिया है.   

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AIIMS बिलासपुर में शुरू हुई रोबोटिक घुटना प्रत्यारोपण सर्जरी, हिमाचल में रचा इतिहास
Raj Rani|Updated: May 21, 2025, 06:13 PM IST
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Bilaspur News(विजय भारद्वाज): स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक उपलब्धि के तहत AIIMS अस्पताल बिलासपुर के अस्थि रोग विभाग (Department of Orthopedics) ने पहली बार रोबोटिक सहायता प्राप्त पूर्ण घुटना प्रत्यारोपण सर्जरी सफलतापूर्वक की है. यह उपलब्धि AIIMS बिलासपुर को हिमाचल प्रदेश का पहला सरकारी चिकित्सा संस्थान बनाती है, जहां इस उन्नत सर्जिकल तकनीक को अपनाया गया है. 

यह सर्जरी एक बुज़ुर्ग महिला मरीज़ पर की गई, जो अत्यधिक गठिया और गंभीर घुटने की विकृति से पीड़ित थीं, जिससे उनकी चलने-फिरने की क्षमता और जीवन की गुणवत्ता बुरी तरह प्रभावित हो रही थी. रोबोटिक तकनीक की सटीकता के साथ, सर्जनों की टीम ने विकृति को ठीक करते हुए जोड़ों की संरचना को अत्यंत सटीकता से बहाल किया है. इस सर्जरी का नेतृत्व अस्थि रोग विशेषज्ञों की टीम डॉक्टर रंजीत चौधरी, डॉक्टर गौरव कुमार शर्मा, डॉक्टर अमित सलारिया और डॉक्टर देवेंद्र ने किया. 

एनेस्थीसिया की जिम्मेदारी डॉक्टर विजयलक्ष्मी शिवापुरापु ने संभाली और नर्सिंग टीम का नेतृत्व भजन लाल ने किया. डॉक्टर रंजीत चौधरी ने इस उपलब्धि पर कहा कि रोबोटिक घुटना प्रत्यारोपण सेवाओं की शुरुआत के साथ AIIMS अस्पताल बिलासपुर अब पहाड़ी क्षेत्रों में विश्वस्तरीय अस्थि रोग चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने में सक्षम है. यह विभाग पहले से ही जटिल ट्रॉमा सर्जरी, रीढ़ की हड्डी की सर्जरी (एंडोस्कोपिक) और अन्य न्यूनतम इनवेसिव तकनीकों सहित, खेल चोटों की आर्थ्रोस्कोपिक सर्जरी कर रहा है. 

अब रोबोटिक तकनीक के जुड़ने से यह सर्जिकल क्षमताएं पूरी हो गई हैं. साथ ही उन्होंने कहा की यह रोबोटिक प्रणाली ऑपरेशन के दौरान रियल टाइम बैलेंसिंग और जोड़ों की सूक्ष्मतम स्तर पर एलाइनमेंट की सुविधा देती है, जिससे पारंपरिक तकनीकों की तुलना में बेहतर कार्यात्मक परिणाम, कम जटिलताएं और तेज़ रिकवरी की उम्मीद की जाती है. वहीं यह प्रगति AIIMS अस्पताल बिलासपुर को अस्थि रोग चिकित्सा के क्षेत्र में एक क्षेत्रीय उत्कृष्टता केंद्र के रूप में स्थापित करती है, जिससे हिमाचल प्रदेश के रोगियों को उन्नत सर्जरी के लिए राज्य के बाहर जाने की आवश्यकता में भारी कमी आएगी. 

वहीं डॉक्टर गौरव कुमार शर्मा ने कहा यह तकनीक हिमाचल के हजारों मरीजों के लिए लाभकारी सिद्ध होगी और अत्याधुनिक तकनीकी रूप से उन्नत सर्जरी उनके लिए पहले से कहीं अधिक सुलभ हो गई है. साथ ही उन्होंने कहा कि इस उपलब्धि के साथ AIIMS अस्पताल बिलासपुर सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं में नई ऊंचाइयों को छू रहा है और क्षेत्र के अन्य सरकारी चिकित्सा संस्थानों के लिए एक मिसाल पेश कर रहा है.

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