Himachal Pradesh/विजय भारद्वाज: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखू द्वारा 17 मार्च को अपना तीसरा बजट विधानसभा में पेश किया गया था जिसमें प्रदेश के शक्तिपीठों के जीर्णोधार के लिए करोड़ों रुपये के बजट को स्वीकृति प्रदान की गई है. वहीं मुख्यमंत्री द्वारा प्रदेश के शक्तिपीठों के लिए स्वीकृत बजट को लेकर पुजारी वर्ग में ख़ुशी का माहौल है.
गौरतलब है की बजट में शक्तिपीठ श्री नैनादेवी मंदिर, ज्वालामुखी मंदिर और चिंतपूर्णी मंदिर के जीर्णोधार व अत्याधुनिक सुविधाओं के मद्देनजर इस बजट का प्रावधान किया गया है जिसमें तीनों मंदिरों पर 100-100 करोड़ रुपए खर्च होंगे.
वहीं शक्तिपीठ श्री नैनादेवी मंदिर के जीर्णोधार के लिए 100 करोड़ रुपये के बजट को स्वीकृति मिली है, जिसको लेकर मंदिर न्यास व पुजारी वर्ग ने मुख्यमंत्री का आभार जताते हुए कहा कि शक्तिपीठों के जीर्णोधार के लिए व श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए सरकार ने जो बजट में स्वीकृति प्रदान की गई उससे आने वाले समय में श्रद्धालुओं के लिए सुलभ शौचालय व धर्मशालाओं सहित अन्य सुविधाओं पर खर्च होगा जिससे देशभर से आने वाले श्रद्धालुओं को किसी तरह की कोई असुविधा का सामना नहीं करना पड़ेगा.
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बता दें कि हिमाचल प्रदेश के शक्तिपीठों पर लगातार धार्मिक पर्यटन बढ़ रहा है और हर साल लाखों की संख्या में देशभर से श्रद्धालु प्रदेश के विभिन्न शक्तिपीठों में पहुंच रहे है, जिसे देखते हुए यहां भरपूर मात्रा में सुविधा उपलब्ध होना आवश्यक है, जिसे देखते हुए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखु ने इस बार के बजट में करोड़ों रुपये का प्रावधान किया है और पुजारी वर्ग को पूरी उम्मीद है कि इस बजट से प्रदेश के शक्तिपीठों पर आधुनिक सुविधाएं मिलेगी.