Himachal Weather: हिमाचल प्रदेश में मौसम ने करवट ली है. भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने अगले दो से तीन दिनों के लिए राज्य के कई हिस्सों में बारिश और ओलावृष्टि को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. यह चेतावनी पश्चिमी विक्षोभ और पूर्वी हवाओं की संयुक्त प्रभाव से उत्पन्न वायुमंडलीय अस्थिरता के चलते दी गई है.
कांगड़ा और कुल्लू में विशेष सतर्कता
शिमला स्थित मौसम केंद्र के प्रमुख डॉ. कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि विशेष रूप से कांगड़ा और कुल्लू जिलों में 27 और 28 मई को ओलावृष्टि का खतरा बना हुआ है. उन्होंने कहा, “पूरे राज्य में छिटपुट वर्षा और गरज के साथ छींटे पड़ सकते हैं. लगभग 50% क्षेत्रों में हल्की, जबकि कुछ स्थानों पर मध्यम बारिश की संभावना है.”
बिजली गिरने और तेज हवाओं की चेतावनी
आईएमडी ने राज्यभर में आंधी-तूफान और बिजली गिरने की संभावना जताई है. तेज हवाएं 50 से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती हैं, जिससे जनजीवन प्रभावित हो सकता है.
75% हिस्सों में वर्षा की संभावना
डॉ. श्रीवास्तव के अनुसार, “राज्य के लगभग 75% हिस्सों में हल्की से मध्यम वर्षा संभावित है. 29 मई के बाद बारिश की गतिविधियों में दोबारा बढ़ोतरी हो सकती है.” मई महीने में अब तक राज्य में औसतन 54 मिमी बारिश हो चुकी है, जबकि सामान्य औसत 56 मिमी है.
तापमान में गिरावट की संभावना
बारिश के चलते अधिकतम तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की जा सकती है. उन्होंने बताया कि कल तापमान 26°C के आसपास था, जो बारिश के चलते घटकर 23-24°C तक आ सकता है.
मानसून की स्थिति
डॉ. श्रीवास्तव ने बताया कि मानसून पहले ही दक्षिण भारत और पूर्वोत्तर राज्यों में प्रवेश कर चुका है. हिमाचल प्रदेश में मानसून आमतौर पर 24 से 26 जून के बीच पहुंचता है, लेकिन इस वर्ष इसके थोड़ा पहले पहुंचने की संभावना जताई गई है.
सावधानी बरतने की सलाह
आईएमडी ने लोगों से अपील की है कि खराब मौसम के दौरान आवश्यक सतर्कता बरतें, विशेष रूप से खेतों में काम करने वाले किसान और पहाड़ी इलाकों में यात्रा करने वाले लोग सतर्क रहें.
हिमाचल प्रदेश में अगले कुछ दिन मौसम के लिहाज से चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं, ऐसे में प्रशासन और आम जनता दोनों को सावधानी बरतने की जरूरत है.