Himachal Weather: लगातार हो रही मूसलधार बारिश और तबाही के बाद हिमाचल प्रदेश को आखिरकार थोड़ी राहत मिलने की उम्मीद है. मौसम विज्ञान केंद्र, शिमला के अनुसार, 24 और 25 जुलाई को प्रदेश में भारी बारिश से कुछ राहत मिल सकती है. इस दौरान कुछ इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश संभव है, लेकिन इन दो दिनों के लिए कोई भारी बारिश की चेतावनी जारी नहीं की गई है, जो कि बारिश से जूझ रहे लोगों के लिए एक बड़ी राहत की खबर है.
बारिश का हाल (पिछले 24 घंटे में)
प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई, जबकि कुछ स्थानों पर भारी वर्षा भी हुई:
अंब (ऊना) – 9 से.मी.
भराड़ी (हमीरपुर) – 7 से.मी.
बरथिन (बिलासपुर) – 6 से.मी.
नादौन, जोगिंद्रनगर, करसोग – 5 से.मी.
कसौली, देहरा गोपीपुर – 4 से.मी.
सारण, कुफरी – 3 से.मी.
तापमान सामान्य से 4 से 9 डिग्री सेल्सियस तक नीचे रहा. नारकंडा में न्यूनतम तापमान 13.7°C और पांवटा साहिब में अधिकतम तापमान 32.0°C रिकॉर्ड किया गया.
क्या है आगे की चेतावनी?
यह अस्थायी राहत ज्यादा देर नहीं टिकेगी. 26 से 28 जुलाई के बीच मौसम विभाग ने फिर से भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया है. इस दौरान भूस्खलन, फ्लैश फ्लड और अन्य आपदाओं का खतरा फिर से मंडरा सकता है. अधिकतम तापमान में हल्की वृद्धि हो सकती है, जबकि न्यूनतम तापमान लगभग स्थिर रहेगा.
मानव क्षति और नुकसान
इस मानसून सीजन ने राज्य को भारी नुकसान पहुंचाया है. राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र (SEOC) के अनुसार:
-अब तक 132 लोगों की जान जा चुकी है
-राज्य को हुआ कुल अनुमानित नुकसान ₹1,246.90 करोड़ से अधिक
-आपदा प्रबंधन टीमें इस अल्पकालिक सूखे अंतराल का उपयोग राहत कार्यों, पुनर्वास और संभावित अगली आपदा की तैयारियों में कर रही हैं.
सावधानी अभी भी ज़रूरी है
हालांकि यह थोड़ी सी राहत उम्मीद देती है, लेकिन स्थिति अभी पूरी तरह सामान्य नहीं हुई है. प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने, जोखिम भरे क्षेत्रों से दूर रहने और मौसम विभाग की चेतावनियों का पालन करने की अपील की है.