Shimla News(अंकुश डोभाल): हिमाचल प्रदेश की सियासत में एक बार फिर उथल-पुथल के संकेत मिल रहे हैं. प्रदेश सरकार में पूर्व CPS रह चुके और कृषि मंत्री चंद्र कुमार के बेटे नीरज भारती के फेसबुक पोस्ट ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है. उन्होंने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट्स में अपने ही पिता के इस्तीफे की बात कह डाली है, जिससे कांग्रेस सरकार के भीतर अंदरूनी खींचतान और नाराजगी की झलक मिल रही है.
क्या कहा नीरज भारती ने?
नीरज भारती ने फेसबुक पर तीन पोस्ट किए, जिनमें उन्होंने लिखा:
पहली पोस्ट: “कल चौधरी चंद्र कुमार मंत्री पद से इस्तीफा देंगे. अगर काम दलालों के होने हैं तो मंत्री बने रहने का क्या फायदा?”
दूसरी पोस्ट: “चौधरी साहब ने आश्वासन दिया है कि कल मुख्यमंत्री से बात करेंगे, फिर निर्णय लेंगे.”
तीसरी पोस्ट (आधी रात को): “पता नहीं कल और कौन-कौन विधायक इस्तीफा देंगे. मगर आज मेरी अपने पिता से तीखी बहस हुई. मैंने उनसे कहा कि यदि भाजपा समर्थकों के काम ही करवाने हैं और आप चुप हैं, तो बेहतर है मंत्री पद से इस्तीफा दे दें.”
उन्होंने आरोप लगाया कि उनके विधानसभा क्षेत्र ज्वाली में कुछ दलाल भाजपा समर्थकों के काम करवा रहे हैं और कांग्रेस सरकार होते हुए भी मंत्री चुप बैठे हैं.
क्या है इसका राजनीतिक मतलब?
राजनीतिक जानकार इसे "दबाव की राजनीति" बता रहे हैं. माना जा रहा है कि यह पोस्ट न केवल मंत्री पिता को बल्कि सरकार को भी संदेश देने की कोशिश है कि जमीनी स्तर पर असंतोष है. नीरज भारती के पोस्ट के बाद कांग्रेस सरकार के भीतर मतभेद और असंतोष की अटकलें तेज हो गई हैं.
कौन हैं चंद्र कुमार?
चंद्र कुमार कांगड़ा के ज्वाली से विधायक हैं और सुक्खू सरकार में कृषि एवं पशुपालन मंत्री हैं. वह वरिष्ठ कांग्रेस नेता हैं और होली लॉज गुट के करीबी माने जाते हैं. उनके बेटे नीरज भारती वीरभद्र सरकार में CPS रह चुके हैं और अक्सर सोशल मीडिया पर अपनी बेबाक राय के लिए चर्चा में रहते हैं.
पहले भी कर चुके हैं तीखे हमले
यह पहली बार नहीं है जब नीरज भारती ने सुक्खू सरकार पर सवाल उठाए हों. पिछले साल भी उन्होंने सरकार की कार्यप्रणाली पर तंज कसा था. तब उन्होंने लिखा था, "8 महीने में सरकार की कार्यप्रणाली बन जानी चाहिए, 9 महीने में तो बच्चा भी हो जाता है."