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Shimla News: शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए काम कर रही सरकार- रोहित ठाकुर

शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि खराब प्रदर्शन करने वाले शिक्षकों और शून्य परिणाम वाले स्कूलों पर कड़ी कार्रवाई की जाए और उन शिक्षकों की पहचान करने को कहा जो बच्चों को गुणत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने की दिशा में बेहतर कार्य कर रहे हैं.

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Shimla News: शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए काम कर रही सरकार- रोहित ठाकुर
Raj Rani|Updated: Jul 03, 2025, 01:32 PM IST
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Shimla News(अंकुश डोभाल): शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने शिक्षा विभाग की बैठक की अध्यक्षता की. इस दौरान उन्होंने गुणत्तापूर्ण शिक्षा और खेल के विकास पर बल दिया. उन्होंने राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण में प्रदेश की उल्लेखनीय प्रगति पर अधिकारियों और शिक्षकों की सराहना की. शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्रदेश में गुणत्तापूर्ण शिक्षा, बेहतर ढांचे और खेल सुविधाओं को मजबूत करने के लिए कई नए सुधार किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि एनएएस सर्वेक्षण में प्रदेश 21वें स्थान से 5वें स्थान पर पहुंच गया है, जो राज्य सरकार की प्रभावी नीतियों और शिक्षकों के महत्वपूर्ण योगदान का परिणाम है.

शिक्षा विभाग को आपदा राहत फंड से 30 करोड़ रुपये मिले हैं, जो 2023 की आपदा में 70 प्रतिशत प्रभावित स्कूलों पर खर्च किए जाएंगे. शिक्षा मंत्री ने कहा कि 56 अन्य स्कूलों को डे-बोर्डिंग स्कूलों में स्तरोन्नत किया जाएगा और अटल आदर्श विद्यालयों का स्वयं निरीक्षण कर शीघ्र रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने 187 दिव्यांग जेबीटी और 194 शास्त्री शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया में तेजी लाने के साथ ड्राइंग मास्टर्स की भर्ती भी समयबद्ध तरीके से पूरी करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि स्कूल की आवश्यकता और विद्यार्थियों की नम्बर के आधार पर ही शिक्षकों की तैनाती की जाए और अनावश्यक डेपुटेशन रद्द कर केवल अति-आवश्यक होने पर ही डेपुटेशन दी जाए.

शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि खराब प्रदर्शन करने वाले शिक्षकों और शून्य परिणाम वाले स्कूलों पर कड़ी कार्रवाई की जाए और उन शिक्षकों की पहचान करने को कहा जो बच्चों को गुणत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने की दिशा में बेहतर कार्य कर रहे हैं. उन्होंने मेधावी छात्रों को समय पर टैबलेट वितरित करने के निर्देश दिए और संयुक्त निदेशक, प्रिंसिपल, प्रवक्ता और अन्य शिक्षकों की पदोन्नति प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश दिए. शिक्षा मंत्री ने कहा कि अगले शैक्षणिक सत्र से कॉलेजों का युक्तिकरण किया जाएगा और नए कौशल आधारित व व्यावसायिक विषय आरंभ किए जाएंगे. इसके अलावा, उन कॉलेजों में मनोविज्ञान और समाजशास्त्र जैसे विषय भी शुरू किए जाएंगे जहां अभी तक यह विषय नहीं पढ़ाए जा रहे हैं.

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