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शक्तिपीठ श्री नैनादेवी मंदिर में श्रावण अष्टमी मेला 25 जुलाई से, प्लास्टिक पर पूरी तरह रोक

बिलासपुर स्थित शक्तिपीठ श्री नैनादेवी मंदिर में 25 जुलाई से शुरू होने वाले श्रावण अष्टमी मेले के दौरान 1200 पुलिसकर्मी व 300 वालंटियर्स की 24 घंटे होगी तैनाती, ग्रीन मेला आयोजन को लेकर स्वच्छता के प्रबंध व प्लास्टिक बोतल पर रहेगा पूर्ण प्रतिबंध.

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शक्तिपीठ श्री नैनादेवी मंदिर में श्रावण अष्टमी मेला 25 जुलाई से, प्लास्टिक पर पूरी तरह रोक
Raj Rani|Updated: Jul 21, 2025, 04:02 PM IST
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Bilaspur News(विजय भारद्वाज): हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर स्थित शक्तिपीठ श्री नैनादेवी मंदिर में श्रावण अष्टमी मेला इस वर्ष 25 जुलाई से 5 अगस्त तक पारंपरिक श्रद्धा, आस्था और उत्साह के साथ आयोजित किया जाएगा. वहीं मेला आयोजन को लेकर जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन व मंदिर न्यास द्वारा अपनी तैयारियां मुकम्मल कर ली गयी हैं. गौरतलब है कि श्रावण अष्टमी मेले के दौरान पंजाब, हरियाणा व दिल्ली सहित देशभर से लाखों की संख्या में श्रद्धालु मां नैनादेवी के दरबार में पहुंचकर विधि विधान के साथ पूजा अर्चना करेंगे, जिसके मद्देनजर श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु प्रशासन ने इस बार विशेष व्यवस्थाएं की हैं. 

वहीं पंजाब की ओर से आने वाले बड़े वाहनों के लिए समुचित पार्किंग की व्यवस्था की गई है और दर्शन के लिए प्रतीक्षा कर रहे श्रद्धालुओं को छाया और विश्राम सुविधा उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से जर्मन हैंगर लगाए गए हैं. वहीं मेले के दौरान सुरक्षा की दृष्टि से समूचे क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरे स्थापित किए गए हैं, वहीं मंदिर परिसर में क्राउड एनालिटिक्स कैमरे भी लगाए गए हैं ताकि भीड़ की निगरानी और नियंत्रण में सहायता मिल सके. इसके अलावा रात्रि के समय में श्रद्धालुओं की आवाजाही को सुरक्षित बनाने के लिए मंदिर से जुड़े सभी रास्तों और संपर्क मार्गों पर स्ट्रीट लाइट्स की व्यवस्था पूरी कर ली गई है. 

वहीं स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ बनाने हेतु 6 स्थायी और 6 अस्थायी स्वास्थ्य केंद्रों की स्थापना की गयी है जिसमें चौबीस घंटे सेवाएं प्रदान की जाएंगी. किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए एम्स बिलासपुर व आनंदपुर साहिब तक त्वरित एम्बुलेंस रेस्क्यू के लिए रोड प्लान भी तैयार किया गया है. वहीं श्रद्धालुओं की सुरक्षा की बात की जाए तो कोला वाला टोबा से नैनादेवी मंदिर परिसर को 9 सेक्टर्स में बांटा गया है जिसमें 1200 पुलिसकर्मी, महिला पुलिस व होमगार्ड के जवानों सहित 300 वालंटियर्स की 24 घंटे तैनाती रहेगी.

इसके साथ ही इस बार इंटीग्रेटेड कमांड एंड कट्रोल सेंटर के जरिये सीसीटीवी कैमरों से हर गतिविधि पर प्रशासन की पैनी नजर रहेगी और सभी 9 सेक्टर्स में 18 अनुभवी कार्यपालक दंडाधिकारियों की तैनाती भी की गई है. वहीं प्रतिबंध की बात की जाए तो नैनादेवी मंदिर परिसर में मेले के दौरान लाऊडस्पीकर, ढोल-नगाड़े, बैण्ड-बाजे एवं अन्य ध्वनि विस्तारक यंत्रों के प्रयोग पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा. यदि किसी प्रकार का सार्वजनिक संदेश देना आवश्यक होगा तो वह केवल कंट्रोल रूम के माध्यम से प्रसारित किया जाएगा. 

इसके अलावा मन्दिर परिसर में हलवा, नारियल चढ़ाने और प्रसाद के लिए बांस की टोकरी के प्रयोग पर भी पूर्ण प्रतिबंध रहेगा. इस बात की जानकारी देते हुए उपायुक्त बिलासपुर राहुल कुमार ने कहा कि नैनादेवी मंदिर में 25 जुलाई से शुरू होने वाले श्रावण अष्टमी मेले को ग्रीन मेला बनाने के लिए मंदिर परिसर में साफ सफाई का खास ख्याल रखने के साथ ही प्लास्टिक पॉलीथिन व बोतल पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा. साथ ही उन्होंने कहा कि मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के रुप में बुजुर्ग, दिव्यांग व गर्भवती महिलाओं के लिए निशुल्क वाहन सेवा भी उपलब्ध रहेगी. 

वहीं उन्होंने कहा कि मेला परिसर में 3 हेल्प डेस्क व कूड़ा कचड़ा इकट्ठा करने के लिए 5 वाहनों की व्यवस्था भी की गयी है. वहीं उपायुक्त राहुल कुमार ने कहा कि मेले के दौरान भीड़भाड़ जैसी स्थिति में भगदड़ ना मचे इसके लिए श्रद्धालुओं को बैचेस में भेजने की पूरी व्यवस्था की जाएगी ताकि शांतिपूर्ण तरीके से मेला संपन्न हो सके. साथ ही उन्होंने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे मेले के दौरान प्रशासन द्वारा निर्धारित नियमों का पालन करें और मन्दिर परिसर में शांतिपूर्ण एवं अनुशासित वातावरण बनाए रखने में पूर्ण सहयोग दें.

 

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