Bilaspur News(विजय भारद्वाज): 12 जून को अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त एयर इंडिया की फ्लाइट AI 171 में जहां मरने वालों की संख्या 265 से अधिक जा पहुंची है तो वहीं यह दुर्घटना देश के विमानन इतिहास में सबसे भीषण विमान दुर्घटना बनकर सामने आयी है. जी हां अहमदाबाद विमान दुर्घटना में मरने वाले लोगों के परिजनों का जहां रो रोके बुराहाल है तो दूसरी ओर इस दुखद घटना से पूरे देश में शोक की लहर है.
वहीं एयर इंडिया प्लाइट दुर्घटना में मरने वाले लोगों की आत्म शांति के लिए हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर स्थित शक्तिपीठ श्री नैनादेवी मंदिर में पुजारी वर्ग व मंदिर न्यास द्वारा हवन यज्ञ व शांतिपाठ का आयोजन किया गया. वहीं इस हवन यज्ञ व शांतिपाठ में नैनादेवी मंदिर के समस्त पुजारी वर्ग ने हिस्सा लिया और विमान दुर्घटना में मरने वाले यात्रियों, चालक दल व अन्य लोगों की आत्मा को शांति मिलने व मृतकों के परिजनों को यह दुख सहने की शक्ति मिलने की मां नैनादेवी से कामना की गई.
इस बात की जानकारी देते हुए शक्तिपीठ श्री नैनादेवी मंदिर के पुजारी नीलम शर्मा व उमेश गौतम का कहना है की वीरवार को अहमदाबाद में एयर इंडिया फ्लाइट दुर्घटना का जो मामला सामने आया है वह सभी को दुख पहुंचाने वाला है और इस दुर्घटना में जितने भी लोगों की मृत्यु हुई है उसकी आत्म शांति के लिए व भविष्य में दुबारा इस तरह का भीषण विमान हादसा ना हो इसी कामना के साथ पुजारी वर्ग द्वारा नैनादेवी मंदिर में हवन यज्ञ व शांतिपाठ का आयोजन किया गया था.
साथ ही उन्होंने कहा कि इस विमान हादसे में मरने वाले लोगों के परिजनों पर भी दुख का पहाड़ टूटा है इसलिए मां नैनादेवी के दरबार में यह प्रार्थना की गई है कि इस दुख की घड़ी में माता रानी अपना आशीर्वाद उन परिवारों पर बनाए रखें ताकि उन्हें यह दुख सहने की शक्ति प्राप्त हो सके. वहीं शक्तिपीठ श्री नैनादेवी मंदिर आए पंजाब के श्रद्धालुओं का कहना है कि पुजारी वर्ग द्वारा अहमदाबाद विमान दुर्घटना में मरने वाले लोगों की आत्मा की शांति के लिए हवन यज्ञ व शांतिपाठ किया गया और सभी श्रद्धालु भी माता रानी के दरबार में यही कामना करते हैं कि इस विमान हादसे में मरने वाले लोगों की आत्मा को शांति प्राप्त हो और उनके परिजनों को यह दुख सहने की शक्ति मिले.