Himachal Pradesh/विजय भरद्वाज: कांग्रेस के पूर्व विधायक बंबर ठाकुर को बिलासपुर स्थित उनके सरकारी आवास पर अज्ञात हमलावरों ने गोली मार दी. हमलावरों ने कई राउंड फायरिंग की, जिससे ठाकुर घायल हो गए और उनके निजी सुरक्षा अधिकारी (पीएसओ) की हालत गंभीर है. हमले के बाद ठाकुर को पहले सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया, फिर उन्हें अस्पताल ले जाया गया.
उनके अनुरोध पर उन्हें अब आईजीएमसी शिमला रेफर कर दिया गया है, जबकि उनके पीएसओ को गंभीर चोटों के कारण एम्स बिलासपुर ले जाया गया है. रिपोर्ट्स बताती हैं कि हमले के दौरान करीब 12 राउंड फायरिंग की गई.
पुलिस जांच जोरों पर
एसपी संदीप धवल ने खुद स्थिति को संभाला और पुलिस की टीमें हमलावरों का पता लगाने के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही हैं. पुलिस ने घटना के लिए जिम्मेदार लोगों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान शुरू कर दिया है.
उनकी पत्नी के सरकारी आवास पर हमला
यह हमला ठाकुर की पत्नी के सरकारी आवास पर हुआ. गोलीबारी के दौरान ठाकुर कथित तौर पर खुद को बचाने के लिए अपनी गाड़ी के पीछे छिप गए, जबकि उनके पीएसओ को उनकी रक्षा करने की कोशिश में दो गोलियां लगीं.
बम्बर ठाकुर पर हमलों का इतिहास
बंबर ठाकुर पर यह पहला हमला नहीं है. 23 फरवरी 2024 को रेलवे कंस्ट्रक्शन कंपनी के दफ्तर के बाहर उन पर हमला किया गया था, जिसमें 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. इसके बाद 20 जून 2024 को कोर्ट परिसर के बाहर पहले हमले के मुख्य आरोपी पर गोलियां चलाई गईं.
इस मामले में ठाकुर के बेटे और चार अन्य को गिरफ़्तार किया गया था. इसके अलावा, 9 जनवरी, 2025 को पुलिस ने फरवरी में हुए हमले के मुख्य संदिग्ध को कारतूस मामले में फिर से गिरफ़्तार किया.
बंबर ठाकुर ने पहले भी अपनी जान को खतरा होने की चिंता जताई थी और आरोप लगाया था कि उनके खिलाफ जानलेवा हमले की योजना बनाई जा रही है. इस ताजा घटना ने एक बार फिर गंभीर सुरक्षा चिंताएं पैदा कर दी हैं. पुलिस अपनी जांच जारी रखे हुए है और आगे की जानकारी का इंतजार है.