Himachal Pradesh/मनीष ठाकुर: हिमाचल प्रदेश के जनजातीय जिला लाहौल स्पीति की स्पीति घाटी के मुद गांव में मंगलवार को एक बड़ी घटना घटित हुई, जब पहाड़ी से ग्लेशियर गिरने के कारण दो ग्रामीण उसकी चपेट में आ गए. हालांकि, समय रहते ग्रामीणों ने अपनी तत्परता से दोनों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया.
मिली जानकारी के अनुसार, मुद गांव में बीते एक सप्ताह से पानी की सप्लाई नहीं हो रही थी और बर्फबारी के कारण पेयजल पाइपलाइन भी खराब हो गई थी. इस समस्या को हल करने के लिए मंगलवार को ग्रामीणों का एक दल पानी के स्रोत को ठीक करने के लिए पहाड़ी पर पहुंचा था. जब वे वहां पाइप चढ़ा रहे थे, तो अचानक भारी हिमस्खलन हुआ और दो लोग उसकी चपेट में आ गए.
गनीमत रही कि अन्य ग्रामीण तुरंत मौके पर पहुंचे और बर्फ की खुदाई शुरू की. उन्होंने तेजी से काम करते हुए दोनों ग्रामीणों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया, और वे दोनों पूरी तरह से सुरक्षित हैं, उन्हें किसी भी प्रकार की चोट नहीं आई.
मुद गांव के नंबरदार छेवांग ने बताया कि पानी की समस्या को लेकर लोग पहले से ही परेशान थे, और मंगलवार को वे पाइप जोड़ने के लिए गए थे, जब यह घटना घटी. उन्होंने कहा कि इस घटना के बाद, सभी ग्रामीणों ने मिलकर पानी की पाइपलाइन को ठीक किया, और अब गांव में पानी की आपूर्ति फिर से शुरू हो गई है.
यह घटना इस बात का प्रमाण है कि स्थानीय समुदाय की तत्परता और आपसी सहयोग से बड़ी आपदाओं को टाला जा सकता है. हालिया बर्फबारी के कारण यहां का जनजीवन प्रभावित हुआ था और पेयजल पाइपलाइन में भी नुकसान हुआ था, जिससे गांववासियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा था.