Una News: ऊना जिला प्रशासन ने अवैध खनन के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति को सख्ती से लागू करने के उपक्रम में मंगलवार को जिले में औचक छापेमारी कर कड़ी कार्रवाई की. उपायुक्त जतिन लाल के नेतृत्व में एक संयुक्त टीम ने मंगलवार को स्वां नदी क्षेत्र और इसके आसपास के इलाकों में यह कार्रवाई की.
इस टीम में पुलिस अधीक्षक राकेश सिंह और खनन अधिकारी नीरज कांत, खनन निरीक्षक पंकज कुमार तथा एसएचओ मैहतपुर मस्तराम नाइक समेत अन्य अधिकारी शामिल थे. प्रशासन ने अपनी कार्रवाई को अधिक सटीक और प्रभावी बनाने तथा खनन गतिविधियों की कड़ी निगरानी के लिए अत्याधुनिक ड्रोन तकनीक का भी इस्तेमाल किया.
इस कार्रवाई के दौरान खानपुर, फतेहपुर, संतोषगढ़ और बथड़ी क्षेत्रों में 4 ट्रैक्टर समेत अन्य वाहन जब्त किए गए. इसमें संलिप्त व्यक्तियों पर भारी जुर्माना लगाने के साथ आगे कानूनी कार्रवाई की जा रही है. जतिन लाल ने कहा कि अवैध खनन के खिलाफ भविष्य में और भी कड़े कदम उठाए जाएंगे.
रोजाना ड्रोन और पुलिस टीम की सहायता से संवेदनशील क्षेत्रों की गहन निगरानी की जाएगी. उपायुक्त ने कहा कि हिमाचल सरकार की अवैध खनन पर ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति है. ऊना जिला प्रशासन इस नीति को पूरी शिद्दत से लागू कर रहा है. हम सभी क्षेत्रों में इस तरह की कठोर कार्रवाई जारी रखेंगे. हमने साफ निर्देश दिए हैं कि ऐसी गतिविधियों में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा.
उन्होंने जोर देकर कहा कि अवैध खनन एक गंभीर अपराध है, जिसके व्यापक दुष्प्रभाव हैं. इससे पर्यावरण को अपूरणीय क्षति और सरकारी राजस्व का नुकसान के साथ-साथ स्थानीय पारिस्थितिक तंत्र का विनाश और भूजल स्तर पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है.
उपायुक्त ने सभी नागरिकों से अवैध खनन मुक्त ऊना बनाने के अभियान में सहयोगी बनने का अनुरोध किया है. उन्होंने आम जनता से अवैध खनन गतिविधियों की सूचना देने की अपील की. उन्होंने कहा कि जनता का साथ, सतर्कता और सहयोग अवैध खनन की पूर्ण रोकथाम में उपयोगी होगा.
वहीं, पुलिस अधीक्षक राकेश सिंह ने कहा कि अवैध खनन से निपटने के लिए जिला पुलिस पूरी तरह प्रतिबद्ध है. इसमें कड़ी निगरानी और सख्त कार्रवाई की जा रही है और आगे भी हम लगातार इस पर नजर रखेंगे. ड्रोन तकनीक के जरिए हम इन गतिविधियों को और सटीकता से मॉनिटर करेंगे. ताकि अपराधियों को कोई मौका न मिल सके. जिले में कानून से खिलवाड़ करने वालों से पूरी सख्ती से निपटा जाएगा.
रिपोर्ट- राकेश मालही, ऊना