Home >>Himachal Pradesh

Una News: सड़क़ो पर उतरे 108 और 102 एंबुलेंस के कर्मचारी, ड्यूटी छोड़ 24 घंटे की हड़ताल पर बैठे

सड़क़ो पर उतरे 108 और 102 एंबुलेंस के कर्मचारी, 24 घंटे की हड़ताल क़े तहत अपनी मांगो क़ो लेकर बुलंद की आवाज़, निकालें गए कर्मचारियों को तुरंत ड्यूटी पर वापस लिया जाए कोर्ट द्वारा दिए गए आदेशों के तहत मिले पेमेंट सरकार द्वारा दी जा रही अन्य सुविधाएं भी मिले.  

Advertisement
Una News: सड़क़ो पर उतरे 108 और 102 एंबुलेंस के कर्मचारी, ड्यूटी  छोड़ 24 घंटे की हड़ताल पर बैठे
Raj Rani|Updated: May 28, 2025, 02:41 PM IST
Share

Una News(राकेश माल्हि): हिमाचल प्रदेश में आज 108 और 102 एंबुलेंस के कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर उतरे हैं और अपनी मांगों को लेकर उन्होंने आवाज बुलंद की है. सीटू के बैनर तले इन कर्मचारियों ने अपना धरना प्रदर्शन किया एंबुलेंस कर्मचारी द्वारा पहले ही 24 घंटे की हड़ताल पर जाने की जानकारी दी गई थी जिसके तहत आज प्रदेश भर में 108 और 102 एंबुलेंस के कर्मचारियों द्वारा अपनी मांगों को पूरा किए जाने को लेकर उन्होंने अपनी आवाज बुलंद की है. 

इन कर्मचारियों ने ऊना अस्पताल से शुरू की यह रैली एमसी पार्क तक पहुंची और जहां पर इन्होंने कंपनी के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया और इन्होंने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो आने वाले समय में इससे भी बड़ा आंदोलन किया जाएगा. 

ये भी पढ़े-: Hamirpur: 102 व 108 के स्वास्थ्य कर्मियों की हड़ताल, हॉस्पिटल चौक से गांधी चौक तक निकली रोष रैली

 

इन कर्मचारियों की मांने तो जिन कर्मचारियों को ड्यूटी से निकाला गया है. उन्हें तुरंत ड्यूटी पर वापिस लिया जाए कोर्ट ने जो आदेश दिए हैं. वह लागू किया जाए उन्हें जो वेतन दिया जा रहा है वह बहुत कम वेतन है. जबकि कोर्ट द्वारा 17 हज़ार रूपये वेतन दिए जाने क़े आदेश है. ड्यूटी का समय कोई नहीं है. 

ये भी पढ़े-: बिलासपुर में 108 और 102 एंबुलेंस कर्मचारियों का प्रदर्शन, न्यूनतम वेतन की मांग को लेकर सौंपा ज्ञापन

 

उन्हें वीकली ऑफ नहीं मिल पा रहा हैँ सरकार द्वारा जो अन्य सुविधाएं हैं. वह उन्हें कंपनी तरफ से नहीं दी जा रही है. अगर वह कहीं छुट्टी भी करते हैं तो उसकी भी पेमेंट काटी जाती है. अपनी मांगो को लेकर उन्होंने कहा कि कई बार कंपनी को इसके बारे में बताया गया लेकिन कंपनी इस पर कोई ध्यान नहीं दे रही है. उन्होंने कहा कि उन्हें मजबूर होकर सड़कों पर उतरकर अपनी बात रखनी पड़ रही है.

Read More
{}{}