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US Deportation: अमेरिका से डिपोर्ट जिला कांगड़ा के गांव मिलवां का रोहित पहुंचा अपने घर

Kangra News: अमरीका में गैरकानूनी ढंग से रह रहे भारतीयों को डिपोर्ट कर वापस भारत भेजा जा रहा है, इन्हीं में से एक जिला कांगड़ा के तहसील इंदौरा के गांव मिलवां का रोहित भी है जो देर रात अपने घर वापिस आया है.  

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US Deportation: अमेरिका से डिपोर्ट जिला कांगड़ा के गांव मिलवां का रोहित पहुंचा अपने घर
Raj Rani|Updated: Feb 18, 2025, 12:50 PM IST
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Himachal Pradesh/विपन कुमार: अमेरिका से डिपोर्ट जिला कांगड़ा के इंदौरा उपमंडल के गांव मिलवां का रोहित आज अपने घर पहुंच गया है. अमृतसर एयरपोर्ट से रोहित को नायब तहसीलदार ठाकुरद्वारा और पुलिस चौकी ठाकुरद्वारा के प्रभारी घर लेकर आए. घर पहुंचने के बाद रोहित ने किसी से कोई बात नहीं की और कमरे में चुपचाप बैठा रहा, इस दौरान युवक के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था. इसलिए क्योंकि अमेरिका जाने के लिए रोहित के परिजनों ने करीब 45 लाख रुपये खर्च किए थे. रोहित रविवार देर रात अन्य भारतीयों के साथ अमृतसर एयरपोर्ट पर पहुंचा था, जो अब सकुशल घर वापस पहुंच गया है.

एयरपोर्ट पर नायब तहसीलदार जय चंद और चौकी प्रभारी चमन सिंह ने एयरपोर्ट अथॉरिटी की ओर से जरूरी दस्तावेजी कार्यवाही को पूरा किया, इसके बाद सोमवार दोपहर बाद अधिकारियों ने रोहित को उनके घर मिलवां के लिए रवाना कर दिया और देर रात को उसकी मां के सुपुर्द कर दिया. रोहित गहरे सदमे में होने के चलते आपबीती नहीं सुना पाया. रोहित के पिता का देहांत हो चुका है और माता आशा रानी सरकारी स्कूल में मिड-डे मील हेल्पर हैं. रोहित का भाई नरेश भी विदेश में है जबकि एक बहन हैं जिसकी शादी हो चुकी है. रोहित की बहन ने बताया कि अमृतसर के एक एजेंट के माध्यम से रोहित अमेरिका गया था, जिसकी ठगी का वो शिकार हो गया. लाखों रुपये की ठगी करके एजेंट ने फोन भी बंद कर लिया है.

मां बोलीं-कैसे उतारेंगे बैंकों का कर्ज
घर पर मां और बहन का रो-रोकर बुरा हाल है. मां का कहना है कि वह अब कर्ज कैसे उतारेंगी. बहन ने बताया कि लगभग एक वर्ष पहले रोहित अमेरिका के लिए निकला था. इस दौरान अमृतसर एयरपोर्ट पर एजेंट ने एक सप्ताह उसे वहां रखा और फिर दुबई भेज दिया. आठ महीनों तक एजेंट ने उसे वहीं बैठाए रखा. आठ महीने के बाद तीन-चार देशों से होते हुए रोहित को मैक्सिको पहुंचा दिया और फिर एजेंट का फोन आया कि चार लाख रुपये और उसके खाते में डालो, आगे ग्रांटर को देने हैं. अमृतसर के एजेंट के खाते में दो बार चार-चार लाख डाल दिए, जबकि उसने 34 लाख रुपये पहले ही अपने खाते में डलवा लिए थे. मैक्सिको पहुंचने के बाद फिर एजेंट ने फोन किया और कहने लगा कि यहां रोहित के लिए अच्छा वकील करना है, उसके लिए भी पैसे भेजो. कुछ दिन बाद एजेंट ने फोन करके बोला कि मेरे को अब फोन मत करना और उस समय से आज तक एजेंट ने फोन नहीं उठाया.

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