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Farmer Protest 2.0: भारत में एक बार फिर होगा किसान आंदोलन? सुनाई दे रही किसान आंदोलन 2.0 की आहट

Jalandhar News: भारत में एक बार किसान आंदोलन हो सकता है. अभी से इसकी आहट महसूस होने लगी है. किसान आंदोलन की तैयारी में लग गए हैं. संयुक्त किसान मोर्चा ने 15 अगस्त को ट्रैक्टर मार्च निकालने का ऐलान कर दिया है.  

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Farmer Protest 2.0: भारत में एक बार फिर होगा किसान आंदोलन? सुनाई दे रही किसान आंदोलन 2.0 की आहट
Poonam |Updated: Jul 29, 2024, 12:30 PM IST
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Jalandhar News: भारत में किसान आंदोलन 2.0 की आहट सुनाई दे रही है. दरअसल, संयुक्त किसान मोर्चा ने 15 अगस्त यानी स्वतंत्रता दिवस को ट्रैक्टर मार्च निकालने का ऐलान किया है. इसके साथ ही किसानों ने हरियाणा सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन की भी घोषणा की है. खास बात यह है कि राजधानी दिल्ली में साल 2021 में गणतंत्र दिवस के दौरान ट्रैक्टर रैली का आयोजन किया था, जिसके चलते भारी हिंसा और तोड़फोड़ की खबरें सामने आई थीं.

वहीं इस मामले को लेकर जालंधर में किसानों ने अभी से ट्रैक्टर मोडिफाई करने शुरू कर दिए हैं. इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए एक किसान ने बताया कि ट्रैक्टर मार्च को लेकर वह ट्रैक्टर को मोडिफाई कर रहे हैं. किसान ने कहा कि 13 फरवरी से उन्हें हरियाणा सरकार द्वारा रोका गया है. उन्होंने कहा कि नए 3 काले कानून को लेकर रोष प्रदर्शन करना है.

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इसके साथ ही कहा कि पहले जिले में डीसी साहिब धारा 144 लागू करते थे, लेकिन अब डीसी साहिब की जगह डिप्टी साहिब को वह पावर दे दी गई है. उन्होंने कहा कि यह खतरनाक कानून किसान और आम जनता के लिए लाए जा रहे हैं. किसान नेता ने कहा कि उन्होंने 15 अगस्त इसलिए चुना है कि अगर वह आजाद होते तो क्यों नहीं उन्हें शांतमयी ढंग से दिल्ली जाकर प्रदर्शन करने दिया जाता.

हरियाणा सरकार द्वारा काफी समय से बॉर्डर को बंद किया हुआ है, जिससे व्यापारी वर्ग सहित आम जनता को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार जनता के मसले हल करने के लिए होती है, उन्हें परेशान करने के लिए नहीं होती. उन्होंने कहा कि बॉर्डर पर कील लगा दी गई, ऊंची-ऊंची दीवारें खड़ी कर दी गई, वहीं सरकार से साथ किसानों की मीटिंग को लेकर उन्होंने कहा कि वह मीटिंग करने के लिए तैयार हैं, लेकिन सरकार क्यों नहीं दोबारा उनके साथ मीटिंग कर रही. उन्होंने कहा कि 3 काले कानून प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद वापिस लेने का आश्वासन दिया था, लेकिन अब तक क्यों नहीं वापिस लिए गए. 

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वहीं पराली से उठ रहे धुएं को लेकर किसान ने कहा कि फैक्ट्रियों से निकल रहे चिमनी के धुएं के खिलाफ क्यों नहीं एक्शन लिया जाता. उन्होंने कहा कि दोआबा कमेटी के आह्वान पर ट्रैक्टर मोडिफाई किए गए. मोडिफाई ट्रैक्टर की खासियत यह है कि जो बह रहे दरिया में से गुजर जाते हैं. यह ट्रैक्टर पहाड़ों से भी गुजर सकते है. वहीं तजिंदर ने बताया कि इस ट्रैक्टर में बंपर मोडिफाई किए गए हैं. दरअसल, पिछली बार बंपर को काफी नुकसान हुआ था. वहीं ट्रैक्टर की पावर को बढ़ाया गया है.

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