Home >>Zee PHH Religion

Shardiya Navratri 2024: जानें कब किया जाएगा कन्या पूजन और कब रखा जाएगा नवमी तिथि का व्रत

Shardiya Navratri 2024 Navami: बिलासपुर स्थित शक्तिपीठ श्री नैनादेवी मंदिर में शारदीय नवरात्रि की अष्टमी तिथि की धूम देखने को मिल रही है. अष्टमी के मौके पर पंजाब, हरियाणा व दिल्ली सहित देशभर से हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं का नैनादेवी मंदिर में पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है.

Advertisement
Shardiya Navratri 2024: जानें कब किया जाएगा कन्या पूजन और कब रखा जाएगा नवमी तिथि का व्रत
Poonam |Updated: Oct 10, 2024, 02:03 PM IST
Share

विजय भारद्वाज/बिलासपुर: देवभूमि हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर स्थित विश्वविख्यात शक्तिपीठ श्री नैनादेवी मंदिर में आज शारदीय नवरात्रि की अष्टमी पूजन की धूम देखने को मिल रही है. वहीं अष्टमी पूजन को लेकर पंजाब, हरियाणा व दिल्ली सहित देशभर से बड़ी संख्या में श्रद्धालु मां नैनादेवी के दरबार में पहुंचना शुरू हो गए हैं. 

गौरतलब है कि शारदीय नवरात्र अष्टमी के दिन देवी शक्ति के महागौरी स्वरूप की पूजा अर्चना की जाती है. मां महागौरी की विधिवत पूजा करने से सुख-समृद्धि, धन-संपत्ति के साथ लंबी आयु का वरदान मिलता है. बता दें, शारदीय अष्टमी नवरात्र का प्रारंभ आज दोपहर साढ़े 12 बजे के बाद से शुरू हुआ है. आज सप्तमी तिथि भी है. 

Ratan Tata News: रतन टाटा के निधन पर कई बड़े उद्योगपतियों ने जताया शोक

हिंदू शास्त्रों के अनुसार, सप्तमी युक्त अष्टमी तिथि का व्रत रखना वर्जित है, इसलिए अष्टमी का व्रत 11 अक्टूबर यानी कल रखा जाएगा और इसी दिन नवमी तिथि भी मनाई जाएगी. वहीं शारदीय अष्टमी नवरात्र प्रारंभ होते ही इस पावन उपलक्ष्य पर श्रद्धालुओं के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है और श्रद्धालु मंदिर परिसर में विधिवत पूजा अर्चना के बाद प्राचीन हवन कुंड में आहुतियां डालकर अपने परिवार के लिए सुख-समृद्धि की कामना कर रहे हैं. 

इसके साथ ही श्रद्धालुओं द्वारा छोटे-छोटे बच्चों के मुंडन संस्कार भी करवाये जा रहे हैं जबकि कई श्रद्धालु माता रानी की जोत लेकर भी जा रहे हैं ताकि माता रानी की कृपा उन पर सदा बनी रहे. वहीं अष्टमी नवरात्र को लेकर जिला प्रशासन व मंदिर न्यास द्वारा श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं और श्रद्धालु आराम से लाइनों में लगकर मां नैनादेवी के दर्शन कर रहे हैं.

WATCH LIVE TV

Read More
{}{}