Shimla News: अधिकांश लोग नववर्ष को 1 जनवरी से जोड़कर देखते हैं, लेकिन भारतीय वैदिक परंपरा के अनुसार नववर्ष की शुरुआत चैत्र मास की प्रतिपदा से होती है. इसी परंपरा को जीवित रखने के लिए रामपुर बुशहर में नववर्ष अभिनंदन समारोह का आयोजन किया गया. इस अवसर पर विभिन्न हिंदू संगठनों ने मिलकर कार्यक्रम आयोजित किए और लोगों को भारतीय कैलेंडर के महत्व के बारे में जानकारी दी. कार्यक्रम में सांस्कृतिक प्रस्तुतियां, व्याख्यान और अन्य गतिविधियां आयोजित की गईं. आयोजकों ने बताया कि इस आयोजन का उद्देश्य भारतीय समाज को अंग्रेजी कैलेंडर से अलग अपने पारंपरिक कैलेंडर के अनुसार नववर्ष मनाने के लिए प्रेरित करना है.
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