Churu Muharram Procession Violence News Today: राजस्थान समेत के सबसे बड़े अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ हालिया दिनों हिंसा की घटनाएं बढ़ गई हैं. राजस्थान के चुरू जिले में इतवार (6 जुलाई) की देर शाम एक खौफनाक घटना सामने आई है, जिसने सभी को झकझोर कर रख दिया है. जहां मुहर्रम का जुलूस देखकर लौट रहे नाबालिग की कुछ लोगों ने पीट-पीट कर बेरहमी से हत्या कर दी.
यह पूरा मामला चुरू जिले के गोरी कॉलोनी वार्ड नंबर 4 का है. शहर में कई जगहों पर मुहर्रम के जुलूस का आयोजन किया गया था. इसी दौरान अपने दोस्तों के साथ लौट रहे शाहरुख (17) की कुछ लोगों से बहस हो गई. जब वह घंटाघर चौराहे पर पहुंचा तो हालात भयावह हो गए और कई लोगों ने मिलकर नाबालिग शाहरुख पर हमला कर दिया.
मौके पर मौजूद कुछ अज्ञात लोगों से शाहरुख की किसी बात पर बहस हो गई. देखते ही देखते बहस ने हिंसक रूप ले लिया और एक दर्जन से ज्यादा लोगों की भीड़ ने शाहरुख को घेरकर बेरहमी से पीटना शुरू कर दिया. आसपास खड़े लोग सिर्फ तमाशा देखते रहे. हालांकि, यह पूरी घटना CCTV कैमरे में कैद हो गई है, जिसमें साफ देखा जा सकता है कि एक नाबालिग पर किस तरह भीड़ टूट पड़ी.
घटना के बाद स्थानीय लोग घायल शाहरुख को डीबी अस्पताल ले गए, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी. डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. शुरुआती जांच में सामने आया है कि उसकी मौत गंभीर अंदरूनी चोटों की वजह से हुई. फिलहाल पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन हरकत में आ गया.
दैनिक भास्कर में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, कोतवाली, महिला थाना और सदर थाने की टीमें मौके पर पहुंचीं. इलाके में तनाव को देखते हुए भारी पुलिस बल और आरएसी के जवान तैनात किए गए हैं. पुलिस ने बताया कि आरोपियों की पहचान हो गई है और जल्द ही गिरफ्तारी की जाएगी.
वहीं, मृतक शाहरुख के परिजनों का आरोप है कि यह एक पूर्व नियोजित साजिश थी. उनका कहना है कि शाहरुख की किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी, फिर भी इतनी बेरहमी से उसकी हत्या कर दी गई. घटना के बाद कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष रफीक मंडेलिया अस्पताल पहुंचे और परिजनों से मिलकर न्याय की मांग की. उन्होंने इसे बेहद निंदनीय घटना बताते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की है.