Chhapra Mob Lynching: बिहार में सुशासन बाबू की सरकार नहीं है. बल्कि यहां तो राक्षसों की सरकार है, जो खुलेआम इंसानियत का कत्ल कर रहे हैं. बिहार में अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि वे दिनदहाड़े किसी की जान ले रहे हैं. वहां अब यह आम बात हो गई है. वहीं, इस बीच छपरा जिले में भी एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां 11 मई को पंकज कुमार और मिंटू राय नाम के दो दरिंदों ने एक मुस्लिम शख्स की बेरहमी से हत्या कर दी. यह घटना छपरा जिले की नगर थाना क्षेत्र के खनुआ मोहल्ले की है.
सारण पुलिस के मुताबिक, 11 मई 2025 को छपरा के खनुआ मोहल्ले में दो पक्षों के बीच हुए झगड़े में एक पक्ष ने दूसरे पक्ष के दो लोगों को लाठी-डंडों से मारकर घायल कर दिया. घायलों को फौरन छपरा के सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान जाकिर कुरैशी की मौत हो गई, जबकि दूसरा व्यक्ति अभी भी इलाजरत है.
इन घाराओं में दर्ज हुआ मुकदमा
पुलिस ने कहा कि जख्मी नेहाल कुरैशी के बयान के आधार पर नगर थाना में 12 मई 2025 को केस नंबर 250/25 दर्ज किया गया. इस मामले में बीएनएस की धारा 126(2)/115(2)/125(बी)/109/103(1)/352/351(2)/3(5) में मुकदमा दर्ज किया गया है. पुलिस की विशेष टीम ने जांच के बाद छापेमारी कर दो मुख्य आरोपियों पंकज कुमार और मिंटू राय को गिरफ्तार कर लिया गया है. दोनों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है. बाकी आरोपियों को पकड़ने के लिए छापेमारी जारी है. दोषियों को जल्दी ट्रायल के जरिए सजा दिलाई जाएगी.
पीड़ित परिवार का संगीन इल्जाम
वहीं, पीड़ित परिवार ने मॉब लिंचिंग के संगीन इल्जाम लगाए हैं. पीड़ित परिवार के मुताबिक, पंकज कुमार और मिंटू राय ने जाकिर हुसैन पर मवेशी चोरी का झूठा इल्जाम लगाया और भीड़ को उकसाकर उसे पीट-पीटकर मार डाला. हत्या से पहले भीड़ ने जाकिर को रस्सी से बांधकर रॉड से इतनी बुरी तरह पीटा कि वह बुरी तरह घायल हो गया. बाद में जब उसका भाई उसे बचाने गया तो भीड़ ने उसे भी पीट-पीटकर मार डालने की कोशिश की. अब परिवार आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहा है, जिससे पीड़ित परिवार को इंसाफ मिले.