Fatehpur News: उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. जहां महर्षि विद्या मंदिर इंटर कॉलेज के 12वीं के छात्र मोहम्मद आरिस की तीन युवकों ने लाठी-डंडों से पीट-पीटकर हत्या कर दी. घटना 23 जुलाई की है, जब छात्र स्कूल से घर लौट रहा था. गंभीर रूप से घायल छात्र को इलाज के लिए लखनऊ भेजा गया, जहां करीब 36 घंटे बाद उसकी मौत हो गई. तीन हमलावरों की पहचान हो गई है. इस हमले में हर्षवर्धन पांडे, दीपक सविता और भरत सरकार नाम का एक शख्स भी शामिल था. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
मोहम्मद आरिस महर्षि विद्या मंदिर में पढ़ाई करता था. वह दोपहर करीब 2:25 बजे स्कूल से छुट्टी के बाद अपने घर जा रहा था. इसी दौरान काशीराम कॉलोनी के पास तीन लोग स्कूटी लेकर खड़े थे. जैसे ही आरिस काशीराम कॉलोनी के पास पहुंचा, तीनों ने अचानक उसके साथ गाली-गलौज की और लाठी-डंडों से उस पर हमला कर दिया. जिससे मोहम्मद आरिस बुरी तरह घायल हो गया.
तीनों ने मिलकर आरिस को इतना पीटा कि वह मौके पर ही बेहोश हो गया. आरिस को खून की उल्टियां भी हुईं. मौके पर मौजूद लोगों ने 108 नंबर डायल कर एंबुलेंस बुलाई और फिर उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन आरिस की हालत इतनी गंभीर थी कि डॉक्टरों ने उसे कानपुर रेफर कर दिया.
कानपूर में आरिस की हालत बीगड़ती गई, जिसके बाद उसे लखनऊ रेफर कर दिया गया. जहां इलाज के दौरान आरिस की मौत हो गई. आरिस की मौत की खबर मिलते ही पूरे इलाके में मातम छा गया. मोहल्ले के लोगों में काफी गुस्सा है. मृतक की दो बहनें हैं, जो गहरे सदमे में हैं. मोहल्ले के लोगों का आरोप है कि स्कूल प्रबंधन ने सहयोग नहीं किया और छात्र की सुरक्षा को गंभीरता से नहीं लिया.
आरिस के दादा की शिकायत पर मुकदमा दर्ज
आरिस के दादा इरफान अहमद ने घटना की लिखित रिपोर्ट थाने में दी थी, जिसके बाद पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 115(2), 109 और 352 (बीएनएस 2023) के तहत मामला दर्ज कर लिया है.फतेहपुर पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. पुलिस का कहना है कि मामले में सख्त धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है.
आरोपी आरिस के स्कूल में ही पढ़ता था
बताया जा रहा है कि आरोपी हर्षवर्धन पांडे पहले इसी स्कूल में पढ़ता था. कुछ समय पहले स्कूल में उसका आरिस से विवाद हुआ था. माना जा रहा है कि इसी रंजिश के चलते यह हमला किया गया. स्थानीय लोगों ने इस घटना को लिंचिंग करार दिया और आरोपियों को कड़ी सजा देने की मांग की. साथ ही स्कूलों में सुरक्षा को लेकर कड़े कदम उठाने की बात कही है.