Israel Attacks West Bank: गाजा के बाद अब इजरायल की नजर वेस्ट बैंक पर है. साल 2002 के बाद 24 फरवरी को इज़रायली सेना के टैंक वेस्ट बैंक में एंट्री की है. इस एंट्री से फिलिस्तीनियों में डर का माहौल है. हजारों फिलिस्तीनियों को पलायन के लिए मजबूर होना पड़ा है. इजरायली सेना ने गाजा के जैसे वेस्ट बैंक में मौजूद जेनिन शहर के सभी सड़कों को नष्ट कर दिया है. इस बीच फिलिस्तीनियों ने बड़ा इल्जाम लगाया है.
गाजा की तरह वेस्ट बैंक पर चला इजरायल का बुलडोजर
फिलिस्तीनियों ने कहा कि इजरायल कब्जे वाले वेस्ट बैंक पर गाजा में इस्तेमाल की जाने वाली युद्ध रणनीति को अंजाम दे रहा है, क्योंकि सेना ने टैंक तैनात किए हैं, जेनिन शरणार्थी शिविर के विशाल क्षेत्रों को नष्ट कर दिया है, सड़कें बनाई हैं और वहां एक बेस बनाया है. इजराइल के इस कदम के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि इजराइल गाजा की तरह वेस्ट बैंक पर भी अतिक्रमण करना चाहता है और गाजा की तरह पश्चिमी तट को भी नष्ट करना चाहता है.
हमास ने इजरायल पर लगाया गंभीर इल्जाम
हमास ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पर 620 फिलिस्तीनी कैदियों और बंदियों की रिहाई को स्थगित करके गाजा युद्धविराम समझौते को “जानबूझकर तोड़फोड़” करने का आरोप लगाया है. हमास ने चेतावनी दी है कि अगर इजरायल गाजा युद्ध विराम समझौते के तहत फिलिस्तीनियों को रिहा नहीं करता है, तो हमास युद्ध विराम के अगले चरण पर इजरायल के साथ बातचीत जारी नहीं रखेगा. हमास के इस बयान पर इजरायल ने अभी तक प्रतिक्रिया नहीं दी है.
1 लाख से ज्यादा लोग हुए हैं जख्मी
गौरतलब है कि हमास ने 7 अक्तूबर 2023 को इजरायल पर हमला किया था. इस हमले में कम से कम 1200 इजरायली नागरिकों की मौत हो गई थी. हमले के दौरान हमास के लड़ाकों ने 250 इजरायली नागरिकों को बंधक बना लिया था, जिसके बाद इजरायल ने जवाबी कार्रवाई करते हुए गाजा पट्टी पर हमला कर दिया. इस हमले में अब तक 50 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हुई है, जबकि 1 लाख से ज्यादा लोग जख्मी हुए हैं. इनमें सबसे ज्यादा महिलाओं और बच्चों की संख्या है.