Israel Hamas Conflict: हमास और गाजा के दरमियान जंगबंदी हो गई है. दोनों एक दूसरे के कैदियों को रिहा कर रहे हैं. लेकिन हमास जिस तरह से कैदियों को रिहा कर रहा है वह तरीका अमेरिका को रास नहीं आ रहा है. ऐसे में अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के रुख को दोहराते हुए हमास से मांग की कि सभी बंधकों को तुरंत रिहा करे. "राष्ट्रपति ने साफ तौर पर कहा- हमास को सभी बंधकों को तुरंत रिहा करना चाहिए!"
और बंधक छोड़े जाने के पक्ष में अमेरिका
रुबियो का यह बयान ऐसे वक्त आया जब इजरायल ने बातचीत के जरिए हमास की तरफ से रिहा किए गए तीन बंधकों की वापसी की तस्दीक की. इससे पहले शनिवार को, इजरायल रक्षा बलों (IDF) ने ऐलान किया कि तीन बंधकों- ओहद बेन अमी, एली शराबी और ऑर लेवी- को रेड क्रॉस को सौंप दिया गया है, जिसने उन्हें इजरायली इलाके में पहुंचाया. IDF और शिन बेट बलों ने बंधकों के आने पर उनका स्वागत किया. यहां उन्हें चिकित्सा मूल्यांकन के लिए निर्धारित किया गया था.
हमास पर बंधकों के परेड कराए जाने का इल्जाम
गाजा में बंधक बनाए गए ये लोग साफ तौर से कमजोर दिखाई दे रहे थे, उनकी कमजोर स्थिति ने उनके परिवारों में चिंता पैदा कर दी. टाइम्स ऑफ इज़राइल ने रिपोर्ट किया कि हमास ने उनकी रिहाई से पहले एक सार्वजनिक प्रोग्राम किया, जिसमें बंधकों को एक प्रचार प्रदर्शन में भाग लेने के लिए मजबूर किया गया. प्रोग्राम के दौरान, एक नकाबपोश हमास कार्यकर्ता ने भाषण दिया, जबकि तीन बंदियों को प्रमाण पत्र पकड़े मंच पर परेड कराया गया. उनके पीछे, अरबी, हिब्रू और अंग्रेजी में बैनर थे: "हम बाढ़ हैं, जंग अगले दिन है,"
कमजोर थे बंधक
यह कथन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की ओर इशारा था, जिन्होंने हाल ही में ऐलान किया था. कि अमेरिका गाजा पर "कब्जा" करेगा. परिवारों पर भावनात्मक बोझ साफ था क्योंकि वे अपने प्रियजनों की वापसी पर प्रतिक्रिया करते थे. ओहद बेन अमी की मां, मिशल कोहेन ने अपने बेटे को कमज़ोर और अपनी उम्र से ज़्यादा बूढ़ा देखकर दुख का इजहार किया. ओर लेवी के भाई, ताल लेवी ने भी अपने भाई की खराब हालत पर ध्यान दिया, लेकिन सभी बंधकों को घर वापस लाने के लिए लगातार कोशिशों की अहमियत पर जोर दिया. बंधकों और लापता परिवारों के फोरम ने इस बात पर जोर दिया कि, रिहा किए गए बंदियों की परेशान करने वाली तस्वीरों को इस बात का निर्विवाद प्रमाण बताया कि अभी भी कैद में बंद लोगों की आजादी को सुरक्षित करने की जरूरत है.
इजरायल रिहा करेगा 183 कैदी
इस समझौते के तहत, इजरायल ने नेगेव में केजियोट जेल और वेस्ट बैंक में ओफर जेल से 183 फिलिस्तीनी सुरक्षा कैदियों को रिहा करने की तैयारी की है. इस समूह में आजीवन कारावास की सजा काट रहे 18 कैदी शामिल हैं, जिनमें से सात को निर्वासित किया जाना है. 183 बंदियों में से 111 को चल रही जंग के दौरान गाजा में गिरफ्तार किया गया था, जबकि बाकी 72 वेस्ट बैंक और पूर्वी यरुशलम से हैं.